सयुंक्त निदेशक गीताराम नौटियाल ने आखिरकार गुरुवार को एसआइटी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया

हरिद्वार। बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में समाज कल्याण विभाग के सयुंक्त निदेशक गीताराम नौटियाल ने आखिरकार गुरुवार को एसआइटी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने बीते शुक्रवार को आरोपित की गिरफ्तारी पर रोक संबंधी याचिका खारिज करते हुए सात दिन के भीतर सरेंडर करने के आदेश दिए थे।  लंबी पूछताछ के बाद शाम को एसआइटी ने आरोपित गीताराम नौटियाल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने कई राज उगले।हरिद्वार के एसपी क्राइम मंजूनाथ टीसी की अगुआई में एसआइटी देहरादून और हरिद्वार जनपद में करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही है। घोटाले में समाज कल्याण विभाग के सयुंक्त निदेशक गीताराम नौटियाल की भूमिका पहले दिन से ही जांच की जद में थी।गिरफ्तारी पर रोक लगाने के संबंध में हाईकोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद गीताराम नौटियाल ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया लेकिन राहत वहां भी नहीं मिली। बीते शुक्रवार को गिरफ्तारी पर रोक संबंधी याचिका पर खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई थी। साथ ही एक सप्ताह के भीतर एसआइटी के सामने सरेंडर करने के आदेश दिए थे। गुरुवार की शाम गीताराम नौटियाल खुद एसआइटी दफ्तर रोशनाबाद पहुंचे। एसआइटी में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम से जुड़े मामले की विवेचना कर रहे एएसपी आयुष अग्रवाल ने गीताराम नौटियाल से पूछताछ की। एसआइटी प्रमुख मंजूनाथ टीसी ने भी नौटियाल से सवाल-जवाब किए। ज्यादातर सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर एसआइटी ने गीताराम को गिरफ्तार कर लिया। देर शाम एसआइटी ने आरोपित को  सिडकुल थाने की पुलिस को सौंप दिया। एसआइटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि शुक्रवार को गीताराम को अदालत में पेश किया जाएगा।