ई-रिक्शा, आटो और विक्रम चालको की मनमर्जी से यात्री परेशान

हरिद्वार। यात्रा सीजन के दौरान यातायात पुलिस द्वारा नगर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए कई बार रूट निर्धारित करने की घोषणा की,लागू करने की शुरूआत भी हुई,लेकिन कुछ दिन बाद ही यातायात व्यवस्था फिर अपने अंदाज में ही चलने लगता है,यही वजह है कि इस रेलवे रोड, शिवमूर्ति चैक आदि जगहों पर ई-रिक्शा व आटो चालकों की मनमानी के चलते यातायात व्यवस्था फिर से पटरी से उतरी हुई है। हालात यह हैं कि रेलवे स्टेशन और बस अड्डे के बाहर सड़क के बीचोबीच वाहन रोककर सवारियां बैठाई जाती हैं, जिससे दिनभर जाम के हालात बने रहते हैं। यहां ई-रिक्शा, आटो और विक्रम चालक इस कदर मनमर्जी कर रहे हैं जैसे सड़क उनके घर की संपत्ति हो। शहर में सवारी वाहनों के रूट और संख्या निर्धारित नहीं होने के चलते अंदरूनी यातायात व्यवस्था बेहाल है। खास तौर पर यात्री बाहुल्य क्षेत्र में कोई नियम-कायदे धरातल पर नहीं हैं। रेलवे स्टेशन व बस अड्डे से लेकर जिला अस्पताल तक स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। कोतवाली की पुलिस, यातायात पुलिस, सीपीयू मिलकर भी इसमें सुधार नहीं ला पा रहे हैं। पिछले दिनों वन-वे यातायात लागू किया था, मगर हमेशा की तरह यह व्यवस्था भी चंद दिन बाद ध्वस्त हो गई। अब फिर से हालात यह हैं कि रेलवे स्टेशन व बस अड्डे के बाहर ई-रिक्शा, आटो और विक्रम के झुंड सड़क घेरे हुए नजर आ रहे हैं।