कलश शोभायात्रा निकालकर श्रीमद्भागवत कथा की शुरूआत
हरिद्वार। अग्रसेना घाट समिति की और से अग्रेसन घाट पर आयोजित किए जा रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ पर हरिद्वार मंदिर से कथा स्थल तक कलश शोभायात्रा का आयोजन किया गया। कलश शोभायात्रा मे बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन सम्मिलित हुए। कथा स्थल पर कलश स्थापना के बाद श्रद्धालु भक्तों को कथा का महत्व बताते हुए भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मानव को मृत्यु के भय से मुक्त कर देती है। उन्होंने कहा कि जिन पर परमात्मा की विशेष कृपा हुई है। उन्हें ही कथा श्रवण का अवसर प्राप्त होता है। भागवत जीवन दर्शन का ग्रंथ है। यह जीवन जीने की कला का मार्ग दर्शन करता है। पंडित पवनकृष्ण शास्त्री ने कहा कि भागवत ज्ञान, वैराग्य को जागृत करने की कथा है। ज्ञान और वैराग्य मनुष्य के अंदर हैं, पर वह सोए हुए हैं। भागवत के अलावा अन्य कोई ग्रंथ नहीं जो मनुष्य मात्र को सात दिन में मुक्ति का मार्ग दिखा दे। इसके पूर्व समिति के अध्यक्ष रामबाबू बंसल व महामंत्री डा.विशाल गर्ग ने श्रद्धालुजनों के साथ मंगलाचारण व व्यासपीठ का पूजन अर्चन किया। रामबाबू बंसल ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से परिवारों में सुख समृद्धि का वास होता है। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि गंगा तट पर श्रीमद्भागवत रूपी अमृत का रसपान करने के अवसर का सभी को अवश्य लाभ उठाना चाहिए। मेयर अनिता शर्मा ने कहा कि धार्मिक क्रियाकलापों से ही धर्मनगरी की पहचान है। श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से परिवारों के दुख दर्द दूर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि परिवारों में सुख समृद्धि व संपन्नता चाहते हैं तो भागवत कथा का श्रवण अवश्य करें। कथा के शुभारंभ अवसर पर विक्रम सिंह नाचीज, दिवाकर भारद्वाज, विकास गर्ग, सचिन अरोड़ा, अजय अग्रवाल, मनोज गुप्ता, नितिन शर्मा, वीर गुर्जर,अनुराग गुप्ता, हितेश अग्रवाल, एसपी अग्रवाल, प्रदीप सहगल आदि सहित अनेक श्रद्धालुगण मौजूद रहे।