टीएचडीसी निजीकरण के विरोध में कांग्रेसियों ने फंूका सरकार का पुतला

हरिद्वार। टीएचडीसी का निजीकरण किए जाने के विरोध में महानगर कांग्रेस कमेटी ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ चंद्राचार्य चैक पर प्रदर्शन कर पुतला फूंका। इस अवसर पर पूर्व राज्य मन्त्री डा.संजय पालीवाल ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार आई है। तमाम सरकारी उपक्रमों का निजीकरण किया जा रहा है। जिससे सरकारी उपक्रमों में कार्यरत कर्मचारी बेरोजगार हो रहे हैं। सरकार के निर्णयों की वजह से उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं। उनमें काम करने वाले लोगों की नोकरियां जा रही हैं। बेरोजगारी बढ़ा रही केंद्र सरकार को उखाड़ने के लिए सड़कों पर उतरना होगा। महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि टीएचडीसी का निजीकरण करके सरकार उसमें कार्यरत कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाना चाहती है। कांग्रेस किसी भी कीमत पर टीएचडीसी सहित राज्य के किसी भी सरकारी उपक्रम का निजीकरण नहीं होने देगी। डा.संतोष चैहान व जिलाध्यक्ष विमला पांडे ने भी कहा कि उद्योग बंद होने से सबसे ज्यादा असर महिलाओं पर पड़ता है। जब घर की आमदनी नहीं होती तो सारा दर्द महिलाओं को झेलना पड़ता है। घर का चुल्हा तक नहीं जलता और बच्चे भूखे रहते हैं। महिला कांग्रेस सरकारी की निजीकरण नीति का डटकर मुकाबला करेगी। हाजी नईम कुरैशी तथा चैधरी बलजीत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण सिडकुल से कर्मचारियों को बाहर किया जा रहा है। बेरोजगारी की वजह से गरीब मजदूरों के सामने दो वक्त की रोटी जुटाना मुश्किल हो रहा है। श्रमिक नेता मुरली मनोहर तथा युवा नेता नितिन तेश्वर ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में बेरोजगारी बढ़ रही है। प्रदर्शन व पुतला दहन करने वालों में दिनेश वालिया, जटाशंकर, अनिल भास्कर, निशा शर्मा, अंजू द्विवेदी, बीपी चैहान, सविता सिंह, बीना कपूर, रफी खान, अशोक शर्मा, उदयवीर सिंह,रवि बहादुर, मेहरबान खान, नवेज अंसारी, हाजी साहबुद्दीन, जफर अब्बासी, गोविंद बिष्ट, संदीप गौड़, राजेंद्र बालियान, शुभम अग्रवाल, रवि कश्यप, शैलेंद्र सिंह,गुलबीरसिंह, विशाल राठौड़ ,ब्रह्म सिंह तेजियान, राम विशाल देव, अरशद ख्वाजा, डा.दिनेश पुंडीर, विपिन पेवल, जितेंद्र सिंह, सुमित भाटिया, कैलाश प्रधान, अरविंद चंचल, वेदपाल तेजियान, मनोज जाटव, वीरेंद्र असवाल, सुनील कड़च्छ, दीपक टंडन, सतीश दावड़े, सुरेंद्र सैनी, श्याम सिंह हरीश शेरी, त्रिपाल शर्मा, प्रदीप कुमार, अमन अरोड़ा, नरेश वर्मा, डा.धूमसिंह सैनी, तेजपाल सिंह, राजेश चैहान, प्रीत कमल, प्रवीण मिश्रा, हरद्वारीलाल, रशिम गुप्ता, सुषमा सहगल, महेंद्र परालिया, अजय महाराज, अनिल शर्मा, दिग्विजय सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, संदीप गौर, हरिशंकर प्रसाद,सुखचंद सिंह आदि सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहे।