स्टेशन मास्टर्स एसोसियेशन की ओर से 21करोड़ की राशि प्रधानमंत्री राहत कोष में
हरिद्वार। स्टेशन मास्टर्स अपना एक दिन का वेतन अगले तीन माह तक प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे। देश मंे कोरोना वायरस के बाद घोषित आपदा के बाद प्रधानमंत्री की ओर से सहयोग देने की अपील के बाद विभिन्न संस्थाओं,व्यक्तियों के द्वारा धनराशि भेजने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने तय किया है कि स्टेशन मास्टर्स अपना एक दिन का वेतन अगले तीन माह तक प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे। पूरे देश में 39000 स्टेशन मास्टर्स हैं और इस हिसाब से ’21करोड़ से भी अधिक का योगदान स्टेशन मास्टर्स’ राष्ट्रीय आपदा के इस वक्त में करने जा रहे हैं। पिछले दिनों सरकार ने फ्रंट लाइन के कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा देने का एलान किया था। स्टेशन मास्टर्स सहित रेलवे के अन्य कर्मचारी जो गुड्स ट्रेन का संचालन करने हेतु आवश्यक वस्तुओं की सेवा निर्बाध रूप से देने हेतु घरों से निकल रहे हैं उन्हें इसकी सुविधा न दिए जाने के बावजूद राष्ट्र हित में अपनी सेवायें दे रहे हैं। उत्तर रेलवे के जोनल अध्यक्ष जी एस परिहार ने बताया कि रेलवे के फ्रंट लाइन स्टाफ को भी यह बीमा कवरेज दिया जाना चाहिए क्योंकि फ्रंट लाइन रेलकर्मी भी अपनी जान की परवाह किये बिना राष्ट्र हित में अपनी सेवायें दे रहे हैं। पूरे उत्तर रेलवे के मुरादाबाद, अम्बाला, फिरोजपुर, लखनऊ व दिल्ली मंडलों में लगभग 4000 स्टेशन मास्टर्स हैं। दूसरी ओर उत्तराखंड राजस्व संग्रह अमीन संघ देहरादून के आहवान पर सभी संग्रह अमीन अपने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फेसला किया है।