कवि,लेखक डा0बेकल की अस्थियाॅ गंगा में प्रवाहित

हरिद्वार। साहित्यकार ,कवि और लेखक डॉ ताराचंद पाल बेकल की अस्थियां हर की पौेड़ी स्थित अस्थि प्रवाह घाट पर उनके पुत्र डॉ तरुण कुमार पाल,पौत्र सात्विक, सिदार्थ ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गंगा में प्रवाहित कर दी। दो दिन पूर्व उनका निधन नोएडा के एक अस्पताल में हो गया था। वह 92 वर्ष के थे। मूलरूप से ज्वालापुर के रहने वाले डॉ ताराचंद पाल बेकल महाकवि गीतकार गोपाल दास नीरज ,बालकवि बैरागी,कन्हैया लाल नंदन आदि के समकालीन थे। जिनके साथ उन्होने कई राष्ट्रीय कवि सम्मेलनों में काव्य पाठ का मंच साझा किया। और हिंदी भाषा पुरस्कार के अलावा अनेक संस्थाओ द्वारा श्री बेकल को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर हल्द्वानी से उनके समधी मोहन पाल,गोपाल पाल,नेहा पाल,अशोक पाल ज्वालापुर से एस पी पाल, राजबहादुर,विक्रांत पाल एस के धारिया, आनन्द धारिया आदि ने अंतिम श्रंद्धांजलि अर्पित की।