बेराजगारी भत्ता देने की मांग को लेकर रिक्शाचालकों ने दिया धरना

हरिद्वार। बेरोजगारी भत्ता दिए जाने की मांग को लेकर बैट्री रिक्शा चालकों ने परिवार सहित सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर धरना दिया। रिक्शा चालकों की मांग है कि कोरोना वायरस के चलते किए गए लाॅकडाउन के कारण कामधंधा पूरी तरह ठप्प है। काम नहीं चल पाने के कारण सभी बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं। परिवार का खर्च चलाना भी मुश्किल हो रहा है। इस दौरान अशोक कुमार कश्यप ने कहा कि रोजगार नहीं चल पाने के कारण बेहद कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले एक महीने से सरकार से राहत दिए जाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए धरना देने का मजबूर होना पड़ रहा है। अधिकांश चालकों ने बैंक से लोन लेकर रिक्शा खरीदे हैं। काम नहीं चल पाने के कारण बैंक की किस्त भी नहीं चुका पा रहे हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि कठिन स्थिति का सामना कर रहे सभी बैट्री रिक्शा चालकों को 5 हजार रूपए प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। साथ ही 6 माह तक बिजली, पानी, गृहकर, स्कूल फीस माफ की जाए। बैंक लोन पर ब्याज में छूट दी जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूहों द्वारा बैंकों से लिए गए लोन के भुगतान पर छह माह तक रोक लगायी जाए। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि मांगे नहीं मानी गयी तो परिवार सहित भूख हड़ताल की जाएगी। धरना देने वालों में प्रेम शर्मा, अनिल चैहान, राजेश अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, ब्रजगोपाल, राहुल अग्रवाल, गौरव, घनश्याम, हरिकिशन, संजय, अरविन्द चैहान, सुबोध कुमार गुप्ता, ब्रह्मपाल, धर्मवीर, हरिओम, सुनीता, संजोकता, मनोरमा, तारा, ंिडंपल, मीना शेख, मुन्नी देवी, सीमा देवी, रीना देवी, नीरू देवी, संगीता देवी, अंजलि, सरोज, सुमन, कमलेश आदि सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।