विश्व स्पर्धा में भारत की विजय होगी-स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती
हरिद्वार। वेद माता गायत्री के उपासक एवं गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि तप, त्याग और धर्म की विजय का समय आ गया है। भारत सबका कल्याण चाहता है। इसीलिए विश्व स्पर्धा मे भारत की विजय होगी और देश महाशक्ति बन कर विश्व का नेतृत्व करेगा। विष्णु गार्डन स्थित श्री गीता विज्ञान आश्रम मे विश्व शांति एवं सद्बुद्धि के संचार हेतु आयोजित गायत्री महायज्ञ के अवसर पर श्री विज्ञानानंद संस्कृत महाविद्यालय के विद्यार्थियों को वेदांत की दीक्षा देने के दौरान पड़ोसी देश द्वारा प्रारंभ किए गए वायरस वार से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि वीरता भारत को वरदान में प्राप्त है और जो देश दूसरों का बुरा नहीं चाहता उस पर किसी भी दुष्प्रवृत्ति का प्रभाव नहीं पड़ता है। भारत भूमि पर हुए रामायण एवं महाभारत काल के युद्ध की परिणति का खुलासा करते हुए उन्होंने कहा कि विजय हमेशा धर्म, त्याग और तपस्वियों की होती है। आसुरी शक्तियां कितनी ही बलवान हो जाएं दैवीय शक्तियों से सदैव पराजित हुई हैं। पड़ोसी देशों द्वारा हो रहे भारत के विरोध को स्वभाविक बताते हुए उन्होंने कहा कि राक्षस देवताओं से बलवान होते हैं। उनकी संख्या भी अधिक होती है। लेकिन विजय सत्य एवं संयम की ही होती है। वेद माता गायत्री को सद्बुद्धि की प्रदाता बताते हुए उन्होंने कहा गायत्री महायज्ञ से बुद्धि में उत्पन्न हुई विसंगति का शमन हो जाता है। इसीलिए गायत्री महायज्ञ का आयोजन बुद्धि शुद्धि के लिए किया जाता है और यह महायज्ञ निश्चित ही विश्व के सभी राष्ट्र अध्यक्षों को सद्बुद्धि प्रदान करेगा।