बैंककर्मिर्यो ने हड़ताल कर केन्द्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी,मांगों को पूरा करे सरकार

हरिद्वार। केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में नगर के विभिन्न बैंकों के कर्मचारियों ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सात सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए नारेबाजी की। हरिद्वार में अनुमान के मताबिक बैंकों की हड़ताल से करोड़ो  रुपये का लेनदेन प्रभावित हुआ। गुरुवार को उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के बैनर तले पुराना रानीपुर मोड़ स्थित पीएनबी बैंक के समीप बैंक कर्मचारी हड़ताल कर एकत्र हुए। यहां सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन करते हुए रोष प्रकट किया। यूनियन के मंत्री राजकुमार सक्सेना ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि सरकार को जल्द से जल्द बैंक कर्मचारियों की मांगों की तरफ ध्यान देना चाहिए। सरकार कर्मचारी विरोधी नीतियां बनाकर शोषण करने का काम कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि बैंकों के निजीकरण की कार्रवाई को रोका जाए। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मजबूत किया जाए। लोन डिफाल्टरों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कॉरपोरेट एनपीए की वसूली हो। बैंक जमा राशि पर ब्याज दर में वृद्धि की जाए। नियमित बैंकिंग कार्यों की आउटसोर्सिंग रोकी जाए। गौरव टुटेजा ने कहा कि बैंकों में नई भर्ती की जानी चाहिए। बैंक कर्मचारियों की नई पेंशन योजना रद की जाए। सहकारी बैंकों समेत सभी बैंकों में डीए संबद्ध योजना लागू हो। सहकारी बैंकों और आरआरबी को पुनर्जीवित कर मजबूत किया जाए। इस दौरान विनीता, रंजीत सिंह, अनुज कुमार, प्रकाश, पवन, राजकुमार, अंकित, केशव, प्रदीप, राहुल, मनीष, ऋषभ, ओमवीर, अनवर आलम, सुप्रिया, प्रतीक, राजगोपाल, वीएस बिष्ट, रचित आदि शामिल रहे।