रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता महिला को पुलिस ने आखिरकार जम्मू कश्मीर से ढूंढ निकाला

हरिद्वार। ज्वालापुर से रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता महिला को पुलिस ने आखिरकार जम्मू कश्मीर से ढूंढ निकाला। महिला के साथ न कोई अनहोनी हुई और न किसी ने उसका अपहरण किया था, बल्कि उसने खुद अपनी मौत का ड्रामा रचा और प्रेमी के साथ रहने चली गई थी। पुलिस के जम्मू कश्मीर पहुंचने पर प्रेमी फरार हो गया। पुलिस ने महिला को परिवार के सुपुर्द कर दिया। ज्वालापुर वाल्मीकि बस्ती निवासी एक महिला जमालपुर कलां के एक स्कूल में काम करती है। बुधवार सुबह वह घर से लापता हो गई थी। जटवाड़ा पुल के पास गंगनहर किनारे रहस्यमयी परिस्थितियों में उसकी स्कूटी व पर्स बरामद हुआ था। परिवार का कहना है कि कुछ दिन से एक युवक महिला का पीछा कर रहा था। उससे खतरा जताते हुए परिवार और स्कूल की प्रिसिपल को अवगत कराया था। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के साथ ही महिला के मोबाइल नंबर की कुंडली भी खंगाली। पिछले कुछ महीनों में जिस नंबर से उसकी सबसे ज्यादा बात हुई, उसकी लोकेशन जम्मू कश्मीर आने पर ज्वालापुर कोतवाल प्रवीण कोश्यारी ने एक पुलिस टीम को बाजार चैकी प्रभारी देवेंद्र चैहान के नेतृत्व में रवाना किया था। टीम ने एक जगह दबिश देकर महिला को ढूंढ निकाला। पूछताछ में महिला ने जो कहानी बयान की, उसे सुनकर पुलिस और परिवार के होश उड़ गए। महिला ने बताया कि फेसबुक पर उसकी मुलाकात जम्मू कश्मीर के एक युवक से हुई थी। बातचीत के दौरान प्रेम प्रसंग होने पर उसने अपने पति व तीन बच्चों को छोड़कर प्रेमी के साथ रहने की योजना बना ली। योजना के तहत महिला ने कुछ दिन पहले अपने परिवार और प्रिसिपल को यह कहना शुरू कर दिया कि कोई अंजान लड़का उसका पीछा करता है और उसकी जान को खतरा है। लापता होने के बाद लोग खुदकुशी या अपहरण की कहानी को सच मान लें, इसके लिए जानबूझकर स्कूटी व पर्स को नहर किनारे छोड़ा। इसके बाद प्रेमी के साथ कार से दिल्ली और फिर हवाई जहाज से जम्मू कश्मीर पहुंच गई। महिला को दूर-दूर तक अंदाजा नहीं था कि पुलिस उसे ढूंढते हुए जम्मू कश्मीर तक जा पहुंचेगी। ज्वालापुर कोतवाली प्रवीण कोश्यारी ने बताया कि महिला खुद अपनी मर्जी से प्रेमी के साथ गई थी। महिला को परिवार के सुपुर्द कर दिया गया है।