31 मार्च तक सभी पार्किंग स्थलों में हर तरह की सुविधाओं को पूरा करे-मुख्य सचिव
हरिद्वार। कुम्भ मेला के दौरान आने वाले श्रद्वालुओं की सुविधा के दृष्टिगत मुख्य सचिव ने गंगा घाटों का भी निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने श्री गोविंद घाट का निरीक्षण करते हुए घाट विस्तारीकरण का कार्य देखकर संतोष जताया। उन्होंने चेंजिंग रूम और डस्टबिन की जानकारी ली, पर्याप्त संख्या में होने की जानकारी मिलने पर संतोष व्यक्त किया। इसके बाद उन्होंने हरिहरानंद घाट की समुचित सफाई और अन्य व्यवस्था को दुरूस्त करने और दो महिला चेंजिंग रूम और दस सीटर मोबाइल शौचालय स्थापित करने के निर्देश दिए। इसके बाद बैरागी कैंप में सेक्टर चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के आसपास साइनेज लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने वेंटीलेशन, डस्टबिन, सेनेटाइजर, पावर बैकअप की व्यवस्था अस्पताल में करने के लिए कहा। सतीघाट के दूसरे तरफ बने घाट पर सफाई व्यवस्था में कमी बताई। घाट के बाहरी हिस्से पर जगह जगह पड़े पत्थर को हटवाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने इसके बाद गौरीशंकर सेक्टर में बने 50 बेड के अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में डाक्टरों की तैनाती की जानकारी लेकर अस्पताल को अतिशीघ्र क्रियाशील करने के निर्देश दिए। उन्होंने गौरीशंकर क्षेत्र में बने अस्थायी बस अड्डे और पार्किंग का निरीक्षण कर 31 मार्च तक सभी पार्किंग स्थलों में हर तरह की सुविधाओं को पूरा करने के निर्देश दिए। इसी क्रम में उन्होंने गौरीशंकर सेक्टर में ही रैन बसेरे का निरीक्षण किया तथा रैन बसेरे में दो चेंजिंग रूम और बढ़ाने, डस्टबिन लगाने और सफाई व्यवस्था दुरूस्त कराने के निर्देश दिये। श्री ओम प्रकाश निरीक्षण के क्रम में इसके बाद भीमगोडा कुंड पहुंचे, जहां उन्होंने कुंड की समुचित सफाई कराने और अन्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिये। इसके बाद मुख्य सचिव ने मोतीचूर स्थित अस्थायी बस स्टैंड और पार्किंग का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अपर मेलाधिकारी डाॅ0 ललित नारायण मिश्र, रामजी शरण शर्मा, जोनल मजिस्ट्रेट अरविंद कुमार पांडेय, सेक्टर मजिस्ट्रेट मनीष कुमार सिंह, प्रत्युष सिंह, योगेश सिंह मेहरा, सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल, सीएमओ हरिद्वार डाॅ0 एसके झा,, लोकनिर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता एसके गर्ग, अधिशासी अभियंता दीपक कुमार, सिंचाई, स्वास्थ्य सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।