कोरोना फर्जी जांच मामले में एसआईटी अन्य आरोपियों की गिरफ्रतारी में जुटी

 हरिद्वार। कुंभ मेला 2021 में हुये कोरोना जांच फर्जीवाड़े में स्वास्थ्य विभाग के दो अधिकारियों के निलंबन के बाद एसआइटी भी हरकत में आ गई और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी शुरू कर दी। एसआइटी ने कुंभ में कोरोना टेस्टिंग का ठेका लेने वाली मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज के पार्टनर और उसकी पत्नी के साथ ही हिसार की नलवा लैब के मालिक की गिरफ्तारी के लिए हरिद्वार की सीजेएम कोर्ट से गैर जमानती वारंट हासिल कर लिए हैं। एसआइटी की एक टीम शुक्रवार रात आरोपियों की तलाश में हरिद्वार से रवाना हुई। टीम ने हरियाणा में डॉक्टर नलवा के ठिकानों पर छापेमारी की। इसके बाद दिल्ली और फरीदाबाद में भी छापेमारी की तैयारी चल रही है। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से एनबीडब्ल्यू ले लिए गए हैं। पुलिस ने उनकी तलाश में जुटी हैं। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बताते चले कि कुंभ 2021 के दौरान श्रद्धालुओं की कोरोना जांच में हुए हिसार, लाल चंदानी लैब सेंट्रल दिल्ली के खिलाफ 17 जून को शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था। मामले की जांच कर रही एसआइटी भिवानी की डेलफिश लैब के संचालक आशीष वशिष्ठ को आइसीएमआर के पोर्टल पर कोविड जांच के फर्जी आंकड़े अपलोड करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। शुक्रवार को एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह और विवेचनाधिकारी अमरजीत सिंह ने टीम के साथ घंटों बैठक कर कार्रवाई की रणनीति बनाई। दरअसल, पिछले दिनों एसआइटी आरोपितों की गिरफ्तारी को नैनीताल व नोएडा में दबिश भी दी थी, लेकिन आरोपित हाथ नहीं आए थे।