घटते जनाधार से परेशान भाजपा कार्यकत्र्ताओं को दूसरी पार्टी हजम नही
हरिद्वार,। ज्यों ज्यों चुनाव नजदीक आ रहा है। भाजपा की घबराहट बढ़ रही है। बढ़ती मंहगाई से त्रस्त जनता उत्तराखंड में परिवर्तन का मूड बना चुकी है। वहीं भाजपा के कार्यकर्ताओं को आप और कांग्रेस पार्टी की सक्रियता हजम नहीं हो पा रही है और छोटी बस्तियों में अन्य पार्टियों को बैठक करने पर रोकने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी बानगी लाल मंदिर के निकट मलिन बस्ती में देखने को मिली जब आप पार्टी के कार्यकर्ता अपनी पार्टी की नीतियों को समझाने पहुंचे तो भाजपाइयों ने उन पर हमला बोल दिया। और उनके टेंट आदि उखाड़ फेकें और हाथापाई पर पर उतारू हो गए। बताया जाता है कि पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने भी जानबूझ कर लापरवाही बरती,। सत्ता की हनक के चलते हमलावरों पर लिखित शिकायत के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। वहीं बीते दिन गोविंदपुरी से सटी राजीवनगर कालोनी में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। जब महिला कांग्रेस की बैठक को बस्ती में होने से रोकने का प्रयास भाजपाइयों ने किया। बस्ती में स्थित मंदिर में महानगर महिला कोंग्रेस ने बैठक के लिए जैसे ही कुर्सियां रखवाई ही थी कि उन्हें उठा कर बाहर रख दिया गया और मंदिर के गेट में ताला लगा दिया। जबकि अभी कुछ दिन पूर्व ही भाजपा की बैठक मंदिर में हुई थी। विवाद ना ही इसलिए कांग्रेस ने बैठक गंगा घाट पर रख ली लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं को यह भी नहीं गंवारा और उन्होंने ने बैठक में शामिल होने आ रही महिलाओं को भी रोकने की कोशिश की। जब महिलाएं इस पर भी नहीं रुकी तो उन्हें बैठक के बीच में फोन कर धमकियां दी गई कि कांग्रेस की बैठक में शामिल होने का परिणाम भुगतना पड़ेगा। वहीं दोनो मलिन बस्तियों मै विवाद करने वाले वहीं लोग शामिल थे जो बस्ती ने अवैध शराब का धंधा करते है। वैसे तो लोकतंत्र में अपनी बात कहने का सभी को अधिकार है,लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं की इन हरकतों से लगता है कि अब भारत में लोकतंत्र प्रणाली का पतन होना शुरू हो गया है।