केन्द्रीय संयुक्त सचिव ने आकांक्षी जनपद मे जारी योजनाओं की समीक्षा के दौरान दिए निर्देश
हरिद्वार। संयुक्त सचिव आयुष मंत्रालय प्रभारी अधिकारी आकांक्षी जनपद डी0 सेन्थिल पाण्डियन जनपद कार्यक्रम के अन्तर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में डी0 सेन्थिल पाण्डियन को मुख्य चिकित्साधिकारी ने स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में संचालित हो रही विभिन्न योजनाओं के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने खुशियों की सवारी,गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच आदि योजनाओं में किस तरह से कार्य किया जा रहा है, के बारे में भी जानकारी दी। इस पर संयुक्त सचिव आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने योजना की प्रगति पर सन्तोष व्यक्त किया तथा निर्देश दिये कि नीति आयोग ने जो लक्ष्य दिया है, उसको भी शामिल करते हुये, इसमें शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करना सुनिश्चित करें। मदर-चिल्ड्रन ट्रैकिंग सिस्टम के बारे में सीएमओ ने बताया कि इसमें हमने 82 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। इस पर डी0 सेन्थिल पाण्डियन ने निर्देश दिये कि कौन से क्षेत्र इसमें सबसे पिछड़ा है, उसका चिह्नांकन करते हुये, उसका डॉटा तैयार कर, उसके अनुसार कार्य किया जाये। बैठक में पारम्परिक प्रसव, बच्चों का टीकाकरण, टीबी से मुक्ति दिलाने, आयु के अनुसार कम वजन के बच्चों का पोषण आदि पर चर्चा हुई। इस पर संयुक्त सचिव ने कितने बच्चे कुपोषण के शिकार हैं, कितने बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाई गयी, के सम्बन्ध में जानकारी ली। बैठक में जनपद हरिद्वार के आंगनबाड़ी केन्द्रों की भी जानकारी ली। मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 सौरभ गहरवार ने बताया कि आने वाले दिनों में जिला योजना से 100 आंगनबाड़ी केन्द्र और खोले जायेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि जिला योजना के अन्तर्गत आयुर्वेद को 40 लाख रूपये दिये गये हैं। डी0 सेन्थिल पाण्डियन को मुख्य शिक्षा अधिकारी ने जनपद हरिद्वार में शिक्षा के क्षेत्र में हो रही प्रगति के सम्बन्ध में अवगत कराया। बैठक में जल जीवन मिशन के तहत स्कूलों में पानी की व्यवस्था, शौचालय तथा उनकी साफ-सफाई की व्यवस्था, अध्यापक-छात्र अनुपात आदि की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा हुई। संयुक्त सचिव आयुष मंत्रालय ने बैठक में कृषि और जल संसाधन के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी ली। बैठक मे अधिकारियों ने खेतों में सिंचाई की व्यवस्था,ड्रिप इरिगेशन, मृदा हेल्थ कार्ड, धान की पैदावार,गेहूं की पैदावार, गन्ने की फसल आदि के सम्बन्ध में जानकारी दी। इस पर संयुक्त सचिव ने निर्देश दिये कि अन्य विभागों से समन्वय स्थापित करते हुये माइक्रो इरिगेशन में एक योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि नई तकनीक को हमें किसानों तक पहुंचाना है तथा उन्हें जागरूक बनाना है। जल संरक्षण के सम्बन्ध में अधिकारियों ने संयुक्त सचिव भारत सरकार को बताया कि जनपद में कुल 75 तालाबों के लक्ष्य में से 18 तालाबों का चिह्नीकरण कर लिया गया है। संयुक्त सचिव आयुष मंत्रालय ने अधिकारियों को ये भी निर्देश दिये कि मण्डियों के लिये कार्य योजना भी भेजना सुनिश्चित करें। श्री पाण्डियन को बैठक में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना,जीवन ज्योति योजना,मुद्रा लोन,जनपद में आधारभूत अवस्थापना सुविधायें-ग्राम पंचायतों को इण्टरनेट सुविधा, आदि के सम्बन्ध में विचार-विमर्श हुआ तथा अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि हमें समन्वय स्थापित करते हुये मिल-जुलकर कार्य करना है तथा बजट सम्बन्धी कहीं पर कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि जनपद से सम्बन्धित भारत सरकार में अगर कोई योजना आदि का कार्य है, तो उसके सम्बन्ध में मुझे अवगत करायें, उसमें हर सम्भव मदद की जायेगी। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने डी0 सेन्थिल पाण्डियन, का मेला नियंत्रण भवन(सीसीआर) पहुंचने पर पुष्पगुच्छ भेंटकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 सौरभ गहरवार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 योगेश भारद्वाज, सहायक परियोजना निदेशक सुश्री नलनीत घिल्डियाल, मुख्य उद्यान अधिकारी नरेन्द्र यादव, लीड बैंक मैनेजर संजय सन्त सहित सिंचाई,कृषि, ग्राम्य विकास, सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।