सौ दिन में प्रत्येक मोर्चे पर विफल रही भाजपा सरकार-नरेश शर्मा
हरिद्वार। आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा ने प्रदेश की भाजपा के सौ दिन के कार्यकाल को फ्लॉप शो बताया है। नरेश शर्मा ने कहा कि सौ दिन में सरकार प्रत्येक मोर्चे पर विफल रही है। सौ दिन में सरकार अपना विजन तक स्पष्ट नहीं कर पायी है। प्रैस को जारी बयान में आप के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड सरकार के सौ दिन के कामकाज ने प्रत्येक तबके को पूरी तरह से निराश किया है। विकास के नाम पर खुद ही अपनी पीठ थपथपा कर खुशफहमी का शिकार हो रही सरकार को जनता के आंसू नहीं दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के पहले सौ दिनों में कोरोना वारियर्स को नौकरी से निकालने जाने कर सड़कों पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ा। फ्री राशन के नाम पर वोट लेकर सरकार बनते ही राशन कार्ड सरेंडर करने का फरमान जारी कर दिया गया। जिस भाजपा ने किसान पेंशन के नाम पर जनता का वोट लेकर पेंशन की पात्रता के नाम पर पेंशन सरेंडर करने का फरमान जारी किया गया। सरकार गठन के पहले सप्ताह में पांच हजार से अधिक संविदा वनकर्मियों को बेरोजगार किया गया। महंगाई पर काबू पाने के लिए ठोस उपाय करने के बजाय डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस के दामों में बेतहाशा वृद्धि करने पर केंद्र सरकार का उत्साह वर्धन किया,ऐसी सरकार कैसे सतत विकास का दावा कर सकती है। उन्होंने कहा कि रोजगार के नाम पर युवाओं को भ्रमित किया जा रहा है। अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। चार धाम यात्रा भगवान भरोसे संपन्न हुई है और कावड़ यात्रा की कोई तैयांरी नहीं है। भाजपा की पिछली सरकार ने जो ट्रांसफर एक्ट विधानसभा में पारित करके बनाया था। उसको लागू करने में सबसे ज्यादा अड़चन राज्य सरकार के मंत्री पैदा कर रहे हैं और उसका खामियाजा राज्य में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी भुगत रहे हैं। राज्य की जनता को उम्मीद थी कि त्रिवेंद्र सरकार ने भू कानून में जो बदलाव करके उत्तराखंड की पर्वतीय क्षेत्र की जमीनों को बिकवाली पर लगा दिया था। अब धामी सरकार बिकवाली पर रोक लगाकर एक ऐसा मजबूत भू कानून लाएगी। जिससे उत्तराखंड के लोगों की भूमि सुरक्षित रह सके। लेकिन इन सौ दिनों में धामी सरकार इस काम को भी नहीं कर पायी। राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। राज्य के अंदर हाल ही में नाबालिक लड़कियों के साथ घटित रेप की तीन घटनाओं ने राज्य को शर्मसार किया है। बागेश्वर, सहसपुर और रूडकी की घटना चिंता का विषय है। सरकार की तानाशाही लगातार बढ़ती जा रही है। कि सरकार ने न्यू कैंट रोड पर राजभवन और मुख्यमंत्री आवास कूच पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाकर अपनी तानाशाही रवैए का उदाहरण प्रस्तुत किया है।