जूना अखाड़े के कोठारी महंत को पीट-पीटकर किया अधमरा,गंभीरावस्था मे उपचार जारी
हरिद्वार। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के संत महाकाल गिरी को देर रात लाठी-डंडों से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर युवक फरार हो गए। सिर पर गंभीर चोट आने के चलते संत को देहरादून के सीएमआई अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया है। अखाड़े के सचिव ने इस संबंध में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया है। बीती रात कोठारी महंत महाकाल गिरी रात्रि लगभग 10बजे किसी कार्य से अखाड़े के बाहर गये थे,तभी भैरो मंदिर पार्किंग के निकट अंधेरे में घात लगाये बैठे दो, तीन बदमाशों ने उनपर लाठी डंडों से प्रहार करने शुरू कर दिया और बुरी तरह घायल कर फरार हो गए। चीख पुकार की आवाज सुनकर अखाड़े के साधु व अन्य कर्मचारी जब तक वहां पहुँचे, टैब तक बदमाश फरार हो चुके थे। घायल महंत महाकाल गिरी को सिटी हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें रात मे ही सी एम आई देहरादून ले जाया गया। अखाड़े के सचिव श्री महंत महेश पुरी के द्वारा हरिद्वार कोतवाली को सूचना दिए जाने पर रात में ही पुलिस सक्रिय हो गयी। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राकेन्द्र कठैत, एस एस आई विनोद थपलियाल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटना स्थल के आसपास स्थित होटल, पार्किंग आदि में लगे सी सी कैमरे खंगाल डाले। इस दौरान दिखाई दिया कि दो बदमाश हाथों में बेसवॉल बैट ले जाते हुए भागते दिखाई दे रहे है। पुलिस अधिकारियों ने आज सवेरे एस पी सिटी स्वत्रन्त्र कुमार सिंह भी जूना अखाड़े पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। अखाड़े के साधु पर इस तरह जानलेवा हमला किये जाने को पुलिस प्रशासन ने गंभीरता से लिया है, पुलिस की कई टीमे बदमाशों की सुरगपशी में जुट गयी है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने भी अखाड़े के पदाधिकारियों को फोन कर मामले की जानकारी ली तथा एस एस पी हरिद्वार को अपराधियों की शीघ्रता से गिरफ्तार किये जाने के निर्देश दिए हैं। संत को देहरादून के सीएमआई अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें आईसीयू में रखा गया है। सामने आया कि संत पर लाठी-डंडों से लैस होकर आए दो युवकों ने हमला किया है और संत को मरा समझकर फरार होने में कामयाब रहे। मंगलवार को नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार सिंह ने जूना अखाड़े पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी ली। एसपी सिटी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में रंजिश की बात सामने नहीं आई है। संत के होश में आने पर संभवत घटना से जुड़ी जानकारी मिल सके। उन्होंने बताया कि दो व्यक्ति आते जाते हुए दिखाई दे रहे है। हमलावरों के पकड़ में आने के बाद ही कातिलाना हमले मकसद का पता चल सकेगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस संबंध में अखाड़े के सचिव महेश पुरी ने हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया है।