अशासकीय विद्यालयों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा -डॉ0 अनिल शर्मा

 हरिद्वार। उत्तराखण्ड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अनिल शर्मा ने कहा कि अशासकीय विद्यालयों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। राजकीय विद्यालयों की भांति अशासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को भी टेबलेट, पुस्तकें और ड्रेस दी जानी चाहिए। रविवार को डॉ.अनिल शर्मा ने संघ की राष्ट्रीय इण्टर कॉलेज रोहालकी में बैठक के दौरान यह बात कही है। उन्होंने कहा कि संगठन के प्रयासों से राजकीय की भांति अशासकीय विद्यालयों में कार्यरत पति-पत्नी दोनों को आवासीय भत्ता देने का शासनादेश निर्गत हुआ। स्वतः सत्र लाभ और तदर्थ सेवाकाल का लाभ दिए जाने पर सरकार और शासन से सहमति बन चुकी है। जिला अध्यक्ष राजेश सैनी ने कहा कि मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अशासकीय विद्यालयों के पटल पर अवयवस्था हावी है। कुछ लंबित प्रकरणों का निपटारा हो चुका है। लेकिन अधिकांश का नही? जिस कारण शिक्षकों के लंबित कार्य नहीं हो पा रहें है। जिला मंत्री जितेंद्र सिंह पुण्डीर ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना, चयन,प्रोन्नत वेतनमान पर एक वेतनवृद्धि, आयुष्मान गोल्डन कार्ड स्वास्थ्य योजना, तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण,मानदेय प्राप्त पीटीए शिक्षकों की तदर्थ नियुक्ति, वित्त विहीन सेवा का वेतन निर्धारण में आगणन आदि अनेक मांगों के समाधान के लिए संगठन पुरजोर से लगा है।बैठक में प्रदीप त्यागी, विजय प्रधान, रामकुमार चौहान, अशोक आर्य,प्रधानाचार्य डॉ.घनश्याम गुप्ता,अंजली चौहान, डॉ.दीपक शर्मा,सतेंद्र चौहान, सुनील कटारिया,कुंवरपाल सिंह चौहान,दीपक नौटियाल, वीरेंद्र प्रभु,गगनवीर तोमर, विनोद सैनी, अरविंद सैनी,मोहनी पुंडीर,संगीता,मोनिका शर्मा,धर्मवीर सिंह,उमेश कुमार ,अमित कुमार,राजेश कुमार,मुकुल चौहान,दीपक कुमार,ललित कुमार,मोहित सिंह,पंजक शर्मा ,सुमित सारस्वत,जितेंद्र सिंह,मनोज सैनी,पप्पन सिंह,नेहा चौहान,लीला देवी,प्रदीप कुमार ,रविराज,रक्षपाल चौहान, मांगेराम चौहान,डॉ.रवि,यशपाल सिंह चौहान,रमेश चंद्र सैनी आदि मौजूद रहे।