कम्पनी का नाम बदलकर 56लाख हड़पने के मामले मे चार के खिलाफ वारंट दर्ज
हरिद्वार। कोतवाली रानीपुर पुलिस ने कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार देनदारों की आंखों में धूल झोंकने के लिए कंपनी का नाम बदलकर 56 लाख रुपये हड़पने के मामले में कोर्ट ने कंपनी डायरेक्टर, वाइस प्रेसिडेंट समेत चार लोगों की गिरफ्तारी के लिए गैर जमानती वारंट जारी किए हैं। आरोपियों के खिलाफ रानीपुर कोतवाली में आपराधिक षड़यंत्र, धोखाधड़ी व धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज है। कोर्ट से एनबीडब्ल्यू जारी होने पर पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक,बहादराबाद औद्योगिक क्षेत्र स्थित एपी रबर इंडस्ट्रीज के मालिक अरविंद सिंह रबड़ के पार्ट्स बनाते हैं। उन्होंने बीते 28 फरवरी को रानीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया था कि उनकी कंपनी सिडकुल के सेक्टर तीन स्थित प्रिंस इंडस्ट्रीज को माल सप्लाई करती थी। आरोप है कि कंपनी के डायरेक्टर हर्षवर्द्धन और पीयूष चेड़ा, वाइस प्रेसिडेंट शशांक चतुर्वेदी और परचेज मैनेजर केतन जैन ने आपराधिक षड़यंत्र रचते हुए अलग-अलग किश्तों को मिलाकर कुल 56 लाख की रकम अदा नहीं की। बाद में धोखाधड़ी की नीयत से अपनी कंपनी को बंद दिखा दिया, ताकि पुराने बकायेदारों को भुगतान न करना पड़े। कुछ समय पहले पता चला कि उन्होंने अपनी कंपनी की मशीनों को अपने परिचित को देकर सर्वश्री इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से फैक्ट्री चालू कर ली और खुद उसका माल मार्केट में बेच रहे हैं। बताया कि वह अपनी बकाया रकम मांगने के लिए कंपनी के दफ्तर मुंबई गए। कई बार फोन पर भी बातचीत हुई। आरोप है कि आरोपियों ने अभद्रता की और रकम लौटाने से इन्कार करते हुए गाली-गलौच और धमकी दी। अरविंद सिंह ने आरोपियों से अपनी जान-माल का खतरा भी जताया। आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहे हैं। इसलिए विवेचक औद्योगिक क्षेत्र पुलिस चौकी प्रभारी अशोक सिरसवाल ने आरोपियों के गैर जमानती वारंट के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि कोर्ट ने आरोपी हर्षवर्द्धन, पीयूष चेड़ा, शशांक चतुर्वेदी और केतन जैन के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए जल्द ही एक टीम रवाना की जाएगी।