छठ महापर्व के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य देकर महिलाओं ने की उपासना
हरिद्वार। लोक आस्था का महान पर्व चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन श्रद्वालुु व्रती महिलाओं ने हर की पैड़ी सहित गंगा के विभिन्न घाटों पर अस्ताचल गामी सूर्य को अर्ध्य देकर सुख समृद्वि की कामना की। इस दौरान विभिन्न घाटों पर श्रद्वालुओं की भारी भीड़ लगी रही। बिहार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न क्षेत्रों मे मनाये जाने वाले लोकपर्व छठ महोत्सव के तहत कांचहि बांस के बहंगिया बहंगी लचकत जाए, दर्शन दीन्हीं ना अपन ये छठी मइया जैसे गीत गाकर महिलाओं ने सूर्य देव की उपासना की। छठ पर्व हरिद्वार में उत्साह पूर्वक मनाने के लिए पूर्वांचल के लोग रविवार की शाम गंगा घाटों पर एकत्रित हुए। घाटों पर व्रती महिलाओं की भारी भीड़ जमा रही। व्रती महिलाओं ने डूबते सूर्यदेव को अर्घ्य देकर विधि-विधान से पूजा अर्चना की। छठ पर्व के आखिरी दिन सोमवार की सुबह उगते सूरज को अर्ध्य दिया जाएगा। रविवार को व्रती महिलाएं और परिवार के सदस्यों के दिन में जल्दी स्नान किया। प्रसाद रखने के लिए बांस की नई टोकरियां खरीदी गई। इन टोकरियों में चावल, गन्ना,ठेकुआ,ताजे फल,सूखे मेवे, मिठाई,गेहूं,गुड़ आदि सात्विक खाद्य पदार्थ रख कर गंगा घाटों पर पहुंचे और डूबते सूर्यदेव को अर्ध्य दिया। हरिद्वार की हरकी पैड़ी पर भी बड़ी संख्या में महिलाएं सूर्य देव को अर्ध्य देने पहुंची। हरकी पैड़ी पर व्रती महिलाओं की भीड़ नजर आई। वहीं प्रेमनगर आश्रम घाट, पुल जटवाड़ा घाट और बहादराबाद के घाटों पर भी व्रती महिलाओं की सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिली। बिहार मैथिली परिवार की ओर से कनखल स्थित राधा कृष्ण रास बिहारी घाट पर बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। छठ पूजा पर्व मैथिल परिवार की अध्यक्ष हीरा मिश्रा ने कहा कि छठ महापर्व समर्पण, सहयोग, सरोकार, संयम, संवेदना व सद्भाव का संदेश देता है। सूर्य देव व छठी मइया की पूजा अर्चना करने से परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। उन्होंने कहा कि छठ पूजा को सभ्यता, संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और समृद्धता का प्रतीक भी माना जाता है। सूर्य देव की आराधना को समर्पित छठ पर्व अपने आपमें सामाजिक, आर्थिक,सांस्कृतिक,आध्यात्मिक, प्राकृतिक आदि अनेक विशेषताएं समाहित किए हुए है। परिवारों की सुख समृद्धि के लिए श्रद्धालु तीन दिन का कठिन व्रत रखकर भगवान सूर्य देव व छठी मईया की आराधना करते हैं। इस दौरान राधे कीर्तन मंडली द्वारा भजन कीर्तन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सपना मिश्रा, रूबी,ज्योति,रेखा,सुनीता,रजनी शर्मा,पुष्पा,मुन्नी देवी,लता,नूतन झा,दीपक मिश्रा,अमर,गौतम, सागर ,दीपक झा,रुद्र मिश्रा आदि भक्तगण शामिल रहे।