पोस्टर,प्लेकॉर्ड,स्लोगन एवं रंगोली बनाकर अर्थ-डे को हर्षोल्लास के साथ मनाया


 हरिद्वार। परमात्मा ने धरती पर जल,जंगल,जीव,वनस्पति आदि अनेक नियामत उपहार स्वरूप प्रदान कर धरती को अलंकार एवं आभूषण द्वारा सम्पन्न बनाया है। धरती की यही सम्पन्नता उसकी असंख्य संतान को सुख-समृद्धि प्रदान करती है। यह धरती इसी कारण सबकी माता कहलाती है। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पूर्व संकायाध्यक्ष प्रो0 आर0के0एस0 डागर ने अर्थ-डे कार्यक्रम के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि यह बात कही। प्रो0 डागर हरिलोक कॉलोनी स्थित शिवालिक हाईटस जूनियर हाई स्कूल द्वारा आयोजित अर्थ-डे कार्यक्रम मे छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तरी गोलार्ध मे वसंत एवं दक्षिणी गोलार्ध मे पतझड के प्रतीक रूप को अर्थ-डे मनाया जाता है। यह दिन इस बात का संकल्प दोहराया है कि धरती के आभूषण एवं अलंकार ही व्यक्ति के जीवन को सम्पन्न बना सकते है। पंचतत्व से बना यह शरीर किसी एक तत्व के कम अथवा ज्यादा होने से अपनी वास्तविक स्थिति मे नही रह पाता उसी प्रकार धरती भी जल,जंगल,जीव,वनस्पति के परस्पर संबंध के विकसित होने से समृद्ध नहीं रह सकती। इसलिए अर्थ-डे पर अधिक पेड़ लगाने के साथ प्राकृतिक संसाधनों के रखरखाव पर भी चिन्तन करना चाहिए। अर्थ-डे पर स्कूल की प्राचार्या सरोज बाला ने प्रो0 डागर का स्वागत किया। छात्रों ने पोस्टर,प्लेकॉर्ड,स्लोगन एवं रंगोली बनाकर अर्थ-डे को हर्षोल्लास के साथ मनाया। छात्रों ने भी पृथ्वी दिवस के अवसर पर निबंध,कविता एवं गीत प्रस्तुत किये। कक्षा आठ के शुभम,अर्पित,वंश मौर्य,रोहन,आयुष संतोषी,विद्या, निशा,तानिया और प्रेरणा तथा कक्षा सात के पूजा कुमारी रिद्धि सिंह,माही सिंह,साक्षी,नीरज,मयंक,हर्षित और स्नेहा ने अपनी प्रतिभा को पोस्टर के माध्यम से प्रदर्शित किया। कार्यक्रम मे सर्वश्रेष्ठ पोस्टर,कविता पाठन एवं गीत गायन के छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया गया। इस दौरान स्कूल अध्यापिकाओं मे अनीता शुक्ला,गीता शर्मा,नैन्सी सोनकर एवं स्कूल के अन्य शिक्षकेत्तर कर्मचारी,छात्रों के अभिभावक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पारूल चौधरी द्वारा किया गया।