हरिद्वार। ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी केशवानंद जी महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित भागवतकथा सप्ताह की पूर्णाहूति पर कनखल संदेश नगर स्थित परमधाम आश्रम में विशाल संत समागम हुआ। इस अवसर पर बोलते हुए निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर 1008 ललितानंद जी महाराज ने कहा भक्तों को कल्याण का मार्ग दिखाना ही संतों का मुख्य उद्देश्य होता है। संत का जीवन समाज कल्याण और भक्तो को कल्याण की ओर ले जाने के लिए व्यतीत होता है। ब्रह्मलीन स्वामी केशवानंद जी महाराज उन्होंने सदैव जगत भक्त कल्याण की भावना से भक्तों का मार्गदर्शन करते रहे। सनातन धर्म को और अधिक मजबूत तथा प्रखर बनाने का कार्य किया। इस अवसर पर देवानंद जी महाराज को भी संतो द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। महामंडलेश्वर 1008 नित्यानंद जी महाराज ने कहा दान सत्कर्म के माध्यम से ही मनुष्य कल्याण की ओर अग्रसर होता है। मनुष्य को चाहिए कि वह अपने जीवन में धर्म-कर्म करने के साथ-साथ निर्बल लोगों की सहायता करें यही सच्ची श्रद्धा है। यही सच्ची आस्था है और यही ईश्वर के प्रति समर्पण भाव है। इस अवसर पर महंत आचार्य अरुण दास जी महाराज ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर आश्रम में भारी संख्या में भक्त कार्यक्रम में वह संत आशीर्वचन सुनने हेतु कार्यक्रम में पधारे हुए थे।