हरिद्वार। भेल सेक्टर 2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय छात्र छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल एवं विद्यालय के प्रबंधक दीपक सिंघल ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्पार्चन कर किया। कार्यक्रम का संचालन आचार्य मनीष खाली एवं आचार्या नेहा वर्मा ने किया। पूर्व राष्ट्रपति डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन चरित्र प्रकाश डालते हुए आचार्य मनीष ने बताया कि डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा है कि ‘पूरी दुनिया एक विद्यालय है, जहां हम कुछ न कुछ नया सीखते हैं। हमारे शिक्षक हमें केवल पढ़ाते ही नहीं हैं,बल्कि हमें अच्छे और बुरे के बीच का फर्क भी समझाते हैं।’ उनकी कही इस बात से पता चलता है कि जीवन में शिक्षकों का होना कितना महत्त्वपूर्ण है। आचार्या कु.काजल कैंतुरा ने बताया कि डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन 13 मई सन् 1962 को भारत के दूसरे राष्ट्रपति बन गए थे। इसी वर्ष 5सितंबर को उनके जन्मदिवस के मौके पर उनके कुछ साथियों और छात्रों ने उनका जन्मदिवस मनाने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि अगर आप मेरा जन्मदिन शिक्षकों के सम्मान के लिए शिक्षक दिवस के रूप में मनाएंगे,तो मुझे आप सभी पर बहुत गर्व होगा। राष्ट्रपति डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के इस नेक विचार का सभी ने सम्मान किया और हर साल 5सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने का फैसला किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्रदत्त अंथवाल ने शिक्षक दिवस का महत्त्व बताते हुए छात्रों को उनके आगामी जीवन के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि शिक्षक का हमारे जीवन में अमूल्य योगदान है। शिक्षकों के बिना यह मानव जीवन सार्थक नहीं है. हर किसी के जीवन में एक गुरु या शिक्षक का होना बेहद आवश्यक है। इसलिए हम सभी को सदा शिक्षकों का मान-सम्मान करते हुए उनकी बातों पर अमल करना चाहिए। विद्यालय के प्रबंधक दीपक सिंघल ने समस्त आचार्य परिवार को शुभकामनाएं दी और कहा कि हम सबको अपने जीवन मूल्यों को जीवित रखना होगा और एक अच्छा शिक्षक अपने पूरे जीवन मे एक अच्छे विद्यार्थी की तरह सीखता रहता है और अपने अनुभव से विद्यार्थियों को सिखाता रहता है। कार्यक्रम के दौरान संकुल स्तरीय खेल प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं एवं विद्यालय के सभी आचार्य एवम आचार्याओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रवीण कुमार, हरीश श्रीवास्तव, भानु प्रताप सिंह, अमित कुमार, दीपक कुमार, तारा दत्त जोशी, रुद्र प्रताप शास्त्री, लीना शर्मा, सुमन त्यागी, मंजू सिंह आदि उपस्थित रहे।
सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस
हरिद्वार। भेल सेक्टर 2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय छात्र छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल एवं विद्यालय के प्रबंधक दीपक सिंघल ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्पार्चन कर किया। कार्यक्रम का संचालन आचार्य मनीष खाली एवं आचार्या नेहा वर्मा ने किया। पूर्व राष्ट्रपति डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन चरित्र प्रकाश डालते हुए आचार्य मनीष ने बताया कि डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा है कि ‘पूरी दुनिया एक विद्यालय है, जहां हम कुछ न कुछ नया सीखते हैं। हमारे शिक्षक हमें केवल पढ़ाते ही नहीं हैं,बल्कि हमें अच्छे और बुरे के बीच का फर्क भी समझाते हैं।’ उनकी कही इस बात से पता चलता है कि जीवन में शिक्षकों का होना कितना महत्त्वपूर्ण है। आचार्या कु.काजल कैंतुरा ने बताया कि डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन 13 मई सन् 1962 को भारत के दूसरे राष्ट्रपति बन गए थे। इसी वर्ष 5सितंबर को उनके जन्मदिवस के मौके पर उनके कुछ साथियों और छात्रों ने उनका जन्मदिवस मनाने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि अगर आप मेरा जन्मदिन शिक्षकों के सम्मान के लिए शिक्षक दिवस के रूप में मनाएंगे,तो मुझे आप सभी पर बहुत गर्व होगा। राष्ट्रपति डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के इस नेक विचार का सभी ने सम्मान किया और हर साल 5सितंबर को शिक्षक दिवस मनाने का फैसला किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्रदत्त अंथवाल ने शिक्षक दिवस का महत्त्व बताते हुए छात्रों को उनके आगामी जीवन के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि शिक्षक का हमारे जीवन में अमूल्य योगदान है। शिक्षकों के बिना यह मानव जीवन सार्थक नहीं है. हर किसी के जीवन में एक गुरु या शिक्षक का होना बेहद आवश्यक है। इसलिए हम सभी को सदा शिक्षकों का मान-सम्मान करते हुए उनकी बातों पर अमल करना चाहिए। विद्यालय के प्रबंधक दीपक सिंघल ने समस्त आचार्य परिवार को शुभकामनाएं दी और कहा कि हम सबको अपने जीवन मूल्यों को जीवित रखना होगा और एक अच्छा शिक्षक अपने पूरे जीवन मे एक अच्छे विद्यार्थी की तरह सीखता रहता है और अपने अनुभव से विद्यार्थियों को सिखाता रहता है। कार्यक्रम के दौरान संकुल स्तरीय खेल प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं एवं विद्यालय के सभी आचार्य एवम आचार्याओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रवीण कुमार, हरीश श्रीवास्तव, भानु प्रताप सिंह, अमित कुमार, दीपक कुमार, तारा दत्त जोशी, रुद्र प्रताप शास्त्री, लीना शर्मा, सुमन त्यागी, मंजू सिंह आदि उपस्थित रहे।