श्रीराम के चरित्र को आत्मसात करने वाला बनता है सम्मान का पात्र-श्रीमहंत रविंद्रपुरी
हरिद्वार। श्रीरामलीला कमेटी रजि0 हरिद्वार के 100वें वार्षिकोत्सव का अखाड़ा परिषद् अध्यक्ष एवं मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पूरी महाराज, विधायक मदन कौशिक, श्रीमहंत केदारपुरी, श्रीमहंत महेश पुरी ने नारियल फोड़ कर एवम रिबन काटकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने बड़ी रामलीला के 100 वर्ष पूर्ण होने पर बधाई देते हुए कहा कि श्री रामलीला कमेटी ने अपने मंचन के 100वर्ष पूर्ण करते हुए सनातन धर्म को आगे बढ़ाया है। श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि धर्म के सापेक्ष आचरण करने से व्यक्ति के कार्य पवित्र हो जाते हैं और भगवान राम के जीवन चरित्र को आत्मसात करने वाला समाज में सम्मान का पात्र बनता है। उन्होंने पंचपुरी की जनता की तरफ से आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि रामलीला कमेटी हमें अपने अतीत पर गौरवान्वित होने के मौलिक स्वरुप का दर्शन कराती है। विधायक मदन कौशिक ने कहा कि रामलीला का दर्शन व्यक्ति को चरित्रवान बनने की प्रेरणा देता है और त्रेताकालीन संस्कृति के मौलिक दृश्यों को प्रस्तुत करने वाली बड़ी रामलीला संपूर्ण भारत वर्ष में हरिद्वार का गौरव बढ़ा रही है। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष वीरेंद्र चड्ढा ने कहा की रामलीला का दर्शन समाज और सद्गृहस्थ सभी को अभिमान के परित्याग की प्रेरणा देता है। रामलीला कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनय सिंघल एवम मंत्री संदीप कपूर ने इन्द्र दरबार एवं नारद मोह की लीला का सार समझाते कहा कि अनादि काल से भारत राजदरबारी सभ्यता से गौरवान्वित रहा है। मुख्य दिग्दर्शक भगवत मुन्ना एवम दिग्दर्शक साहिल मोदी एवम संगीत दिग्दर्शक विनोद नयन के निर्देशन में लीला मंचन में इन्द्र दरबार की प्रस्तुति के साथ ही दरबार में नारद की तपस्या को भंग करने पर विचार विमर्श हुआ। सुनील भसीन,रविकांत अग्रवाल,महाराज कृष्ण सेठ,रविंद्र अग्रवाल,कन्हैया खेवड़िया,ऋषभ मल्होत्रा ने पटका ओढ़ा कर एवम फूलमाला पहना कर अतिथियों का स्वागत किया। जिला उपभोक्ता फॉर्म की पूर्व सदस्या अंजना चड्डा,पवन शर्मा,राहुल वशिष्ठ,विशाल गोस्वामी,दर्पण चड्ढा,मनोज बेदी,सुनील वधावन, विकास सेठ, महेश गौड़,मयंक मूर्ति भट्ट, सुरेन्द्र अरोड़ा, रमेश खन्ना, गोपाल छिब्बर आदि मौजूद रहे।