गृह क्लेश के चलते मासूम बच्चों को हरिद्वार में लावारिस छोड़ गयी मां

 पुलिस की टीम ने काफी मशक्कत के बाद लौटाये मासूम की मुस्कान


हरिद्वार। प्रदेश पुलिस मुख्यालय स्तर पर चलाए जा रहे ऑपरेशन स्माइल के तहत एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने मां की तलाश में दर-दर भटक रहे मासूम भाई बहन को उनकी मां से मिलवा दिया। दूसरी शादी करने के बाद गृहस्थी के झगड़ों से परेशान महिला ने दोनों बच्चों को हरिद्वार में लावारिस छोड़ दिया था। इसके बाद से चार व तीन वर्ष के भाई बहन भूखे प्यासे भटकते हुए मां को तलाश रहे थे। बीती 30सितम्बर को पुलिस ने रोडी बेलवाला चौकी क्षेत्र में पार्किंग में लावारिस अवस्था में भटक रहे चार वर्षीय बालक व 3वर्षीय को बरामद किया था। पुलिस के पूछने पर बच्चों ने अपने मनीष पुत्र स्वर्गीय मोहित उम्र 4वर्ष व देविका पुत्री स्वर्गीय मोहित उम्र 3वर्ष बताये। उन्होंने बताया कि वह दोनों भाई-बहन अपनी मां को तलाश रहे हैं। एएचटीयू टीम द्वारा आसपास काफी तलाश करने के बाद भी बच्चों की मां का कुछ पता नहीं चला तो दोनों को बाल कल्याण समिति के माध्यम से खुला आश्रय गृह ज्वालापुर के संरक्षण में भेज दिया। इसके बाद डीसीआरबी सहारनुपर एवं एससीआरबी लखनऊ यूपी को दोनों बच्चों के फोटो भेजकर शिनाख्त करने का आग्रह किया गया। बच्चों द्वारा बताए गए मुंझेड़ा गांव को ढूंढने के लिए मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर एवं दिल्ली में ऑपरेशन स्माइल के तहत काम कर रही एएचटीयू टीम ने कठिन परिश्रम से बच्चों के परिजनों को खोज निकाला। यूपी के मुजफ्फरनगर जनपद के ग्राम जट मंझेड़ा निवासी बच्चों के मामा ने बताया कि बच्चों के पिता मोहित का स्वर्गवास हो चुका है और दो माह पूर्व ही उनकी मां शिखा की दूसरी शादी कर दी थी। लेकिन पारिवारिक झगड़ों के कारण उत्पन्न मानसिक दबाव के चलते शिखा उन्हे लावारिस हालत में हरिद्वार छोड़ गई। परिजनों द्वारा बच्चों के बारे में पूछने पर उसने रोते हुए बताया कि बच्चों को हॉस्टल में दिया है। ऑपरेशन स्माइल टीम से बच्चों के अत्यंत दयनीय स्थिति में आने जाने वाले यात्रियों से भिक्षा व भोजन मांगने व सड़क के किनारे फूटपाथ पर घूम कर अपनी मां को तलाश करने की जानकारी मिलने पर परिजन भावुक और हतप्रभ हो गए। शिखा द्वारा अपनी गलती स्वीकार करने तथा परिजनों एवं ग्रामीणों के आग्रह करने पर टीम ने परिजनों को हरिद्वार लाकर बाल कल्याण समिति हरिद्वार के आदेश पर काउंसलिंग के उपरांत दोनों बच्चों को परिजनों के सपुर्द कर दिया। अपनी गलती पर शर्मिंदा मां ने भूल सुधारने का मौका देकर बच्चे सकुशल वापस लौटाने पर ऑपरेशन स्माइल टीम का आभार जताया और वादा किया कि भविष्य में वह कभी भी ऐसी गलती नही करेगी। ऑपरेशन स्माइल टीम में एसआई जयवीर सिंह रावत,एसआई किरण गुसांई,हेड कांस्टेबल राकेश कुमार,कांस्टेबल चालक दीपक चन्द,मुकेश कुमार,विमल कुमार एवं बलवंत शामिल रहे।