हरिद्वार। श्री नृसिंह धाम के परमाध्यक्ष जगदगुरू स्वामी आयोध्याचार्य महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों के सानिध्य में किए जाने वाले धार्मिक अनुष्ठान मानव कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। सप्तऋषि क्षेत्र स्थित एएनडी पब्लिक स्कूल में आयोजित धार्मिक अनुष्ठान के समापन पर आयोजित संत सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए स्वामी अयोध्याचार्य महाराज ने कहा कि धार्मिक अनुष्ठानों से देश को नई ऊर्जा मिलती है और विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि समाज को ज्ञान की प्रेरणा देकर अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर करने के साथ देश को सांस्कृतिक रूप से समृद्ध करने में संत महापुरूषों ने हमेशा ही अहम योगदान किया है। महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि सभी को संत महापुरूषों के सानिध्य में धर्म व अध्यात्म के मार्ग का अनुसरण करते हुए मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए। महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि, सतपाल ब्रह्मचारी नरसिंह धाम के परमाध्यक्ष स्वामी अयोध्याचार्य महाराज विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से शिक्षा,चिकित्सा और समाज के जरूरतमंदों की सेवा में अनुकरणीय योगदान कर रहे हैं। महंत राजेंद्रदास, श्रीमहंत विष्णुदास,महंत नारायण दास पटवारी,महंत प्रेमदास,महंत प्रमोद दास,साध्वी वैष्णवी व स्कूल की प्रिंसीपल साध्वी विजय लक्ष्मी ने कार्यक्रम में शामिल हुए सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। महंत रघुवीर दास व श्रीमहंत विष्णुदास महाराज ने कहा कि धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में संत समाज ने सदैव अग्रणी भूमिका निभायी है। महंत राजेंद्रदास, साध्वी वैष्णवी व साध्वी विजय लक्ष्मी ने कहा कि धार्मिक क्रियाकलापों का समाज उत्थान में विशेष महत्व है। सद्गुरू के सानिध्य में किए गए धार्मिक क्रियाकलाप से उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है। वैष्णव मंडल के अध्यक्ष महंत नारायण दास पटवारी ने कहा कि सभी को गौ, गंगा सेवा में सहयोग प्रदान करना चाहिए। भक्ति का मार्ग अवश्य ही मनुष्य का कल्याण करता है। इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि,सतपाल ब्रह्मचारी,स्वामी चिदविलासानंद,महंत गंगादास,महंत सूरजदास,महंत बिहारी शरण,महंत अंकित शरण,महंत प्रेमदास,महंत गोविंददास,स्वामी शिवानंद भारती,महंत प्रमोददास,स्वामी दिनेश दास,स्वामी कृष्णानंद,बाबा हठयोगी,महंत दुर्गादास,महंत हरिदास,महंत शुभम गिरी, महंत राघवेंद्र दास, महंत गोविंददास,महंत जयेंद्र मुनि,स्वामी अनंतानंद,राजमाता आशा भारती,स्वामी ऋषि रामकृष्ण, भक्त दुर्गादास,पार्षद अनिरूद्ध भाटी,अनिल मिश्रा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।