हरिद्वार। श्री चेतन ज्योति आश्रम भूपतवाला हरिद्वार में तुलसी विवाह का आयोजन किया गया आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने दूल्हे के रूप में तथा दुल्हन के रूम में श्रीमती राधा रानी ने तुलसी माता वृंदा के रूप में विधि विधान से फेरे लिए। भगवान विष्णु तथा माता वृंदा तुलसी जी का विवाह जो भी भक्त सच्चे मन से अपने जीवन में एक बार भी कर देता है तो उसका लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं। माता तुलसी के विवाह के शुभ अवसर पर बाबा हठयोगी जी महाराज, महामंडलेश्वर दुर्गादास महाराज, महंत प्रहलाद दास विवाह के अवसर पर शुभाआशीष देने हेतु पधारे हुए थे। इस अवसर पर विधि विधान से भगवान विष्णु जी की ढोल बाजे बैंड के साथ बारात निकाली गई। सभी बाराती नाचते गाते विवाह की धूम मचाते माता तुलसी और भगवान विष्णु जी के विवाह के पावन शुभ विवाह के अवसर पर मस्ती में झूम रहे थे। साथ ही बड़ा ही भौतिक तथा पवन आंखों को तृप्त कर देने वाला भगवान हरि शालिग्राम माता वृंदा तुलसी जी का विवाह का साक्षात दृश्य मानो देखने वाले के जीवन को धन्य और तृप्त कर रहा हो इस अवसर पर विद्यालय परिवार के सभी छात्र शिक्षक शिक्षिकाएं माता तुलसी वृंदा परिवार की ओर से तो बहुत से लोग भगवान श्री हरि के बाराती के रूप में इस पावन पुनीत विवाह में उपस्थित थे इस अवसर पर प्रबंधक सरवन पांडे गोपाल अग्रवाल कमल गुरुजी महेंद्र गुरुजी सहित भारी संख्या में आश्रम परिवार विद्यालय परिवार तथा भक्तजन तुलसी विवाह में उपस्थित थे जिन्होंने साक्षात माता वृंदा तुलसी के रूप में श्रीमती राधा रानी तथा भगवान हरि के रूप में स्वामी स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने सभी विधियां विधि विधान से पूर्ण की विवाह का साक्षी बनने हेतु भारी संख्या में बाराती तथा घराती उपस्थित थे।