हरिद्वार। विल्केश्वर कालोनी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के विश्राम दिवस पर श्रद्धालुओं की यज्ञ की महिमा बताते हुए भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को यज्ञ करना चाहिए। यज्ञ करने से भगवान नारायण एवं समस्त देवी देवता प्रसन्न होते हैं। शास्त्री ने बताया कि ब्रह्मा के सृष्टि की रचना करने के बाद सभी देवी देवता उनसे कहने लगे कि हमारी भूख शांत नहीं हो रही है। पेट भर कर के हमें कुछ मिलता ही नहीं है। आप कुछ उपाय कीजिए। देवताओं के निवेदन पर ब्रह्मा ने स्वाहा नाम की एक कन्या को उत्पन्न किया और उसका विवाह यज्ञ नारायण के साथ कर दिया। ब्रह्मा ने देवताओं से कहा कि आज से जिस देवी देवता का नाम लेकर स्वाहा उच्चारण करते हुए यज्ञ में आहुति दी जाएगी। वह आहुति उसी देवता को प्राप्त होगी। जिससे समस्त देवी देवताओं को आहार की व्यवस्था बनेगी। तभी से प्रत्येक घर में यज्ञ की परंपरा प्रारंभ हुई। शास्त्री ने बताया कि यज्ञ करने से देवताओं की प्रसन्नता और तृप्ति होती है और उनकी कृपा से घर में सुख-समृद्धि, धन-धान्य,आयु व आरोग्य की वृद्धि होती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर में नित्य यज्ञ करना चाहिए। यदि नित्य न कर सकें तो प्रत्येक माह पूर्णमासी,सक्रांति या अमावस पर यज्ञ अवश्य करें। मुख्य जजमान एकता सूरी,सुरेश कुमार सूरी,पीयूष सूरी,दीपक सूरी,ज्योति सूरी,तनिष्का सूरी,रेशम सूरी,दिनेश सूरी,हर्ष सूरी,राहुल सूरी,सोनिया सूरी,भजनलाल सूरी के साथ सभी श्रद्धालुओं ने भागवत पूजन किया।
यज्ञ करने से प्रसन्न होते हैं देवी देवता-पंडित पवन कृष्ण शास्त्री