हरिद्वार। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के स्थानीय सेवाकेन्द्र अनुभूतिधाम मिस्सरपुर के तत्वावधान में विश्व मृदा दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय सेवाकेन्द्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी मीना बहन जी ने कहा कि अगर हम अपने आप को स्वस्थ रखना चाहते है अपने आप को सुरक्षित रखना चाहते है तो अपने तन को ठीक रखने के लिए उसके ऊपर भी थोडा ध्यान देगें। जब हम जड को बचाएंगें तो हम भी बच जायेंगें। तो आज हम सबको जागृत किया जा रहा है कि हम जैविक खेती, यौगिक खेती पर ध्यान दे जितना हम इस पर ध्यान देगें तो हम सब स्वस्थ भी रह सकेंगे और उतना ही हम बिमारियों से दूर होकर के अपने आप को बचा सकेगें वरना ये बिमारियां दिन-प्रतिदिन इतना बढ जायेगी। और आगे चलकर इन बिमारियों का कोई इलाज नहीं मिलेगा। अभी तो डॉक्टर किसी न किसी प्रकार से इलाज निकाल ही देते है परन्तु अब एक ऐसा समय आयेगा कि कोई भी दवाई असर नहीं करेगी। जब तक शरीर में प्राण है तो अपनी भूख को मिटाने के लिए पेट में डालना ही है तो पेट को भरने के लिए जो अन्न डालना है तो अन्न के ऊपर हमको ध्यान देना पडेगा कि हम उसको कैसे उगा रहे है कैसे उपजाऊ कर रहे है किस मिट्टी में कर रहे है क्योंकि अब इन सबका असर प्रैक्टिकल में हमारे जीवन पर आ रहा है। अगर हम इन बातों पर ध्यान दे तो पहले हमारा भारत स्वर्ग था जब कि मिटटी व पानी को स्वच्छ बना लेगे तो हम भारत को फिर से स्वर्ग बना सकते है। ब्लॉक बहादराबाद से पधारे सहायक कृषि अधिकारी विरेन्द्र सिंह रमोला जी ने कहा परमात्मा की देन ये धरती,जल,अग्नि,वायु, आकाश पांच तत्व से ही हमारा शरीर निर्मित है यदि को भी तत्व गडबडा जाता है तो हम बिमार हो जाते है स्वास्थ्य खराब हो जाता है मानव प्रभु की सर्वोत्तम रचना है हमारा दायित्व है कि हम इनका अच्छे ढंग से संरक्षण करे। इसके संरक्षण के लिए पहले तो हमें अपने खेत की मिटटी की जांच करानी जरूरी है तथा उसमें जैविक खाद का प्रयोग करना जरूरी है जिससे हमारी मिटटी की उर्वरक शक्ति बढ सके। मंच का संचालन ब्रह्माकुमारी दीपिका बहन ने किया। क्योकि जैसी मिटटी होगी वैसा ही प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर पडेगा। आज का मनुष्य स्वास्थ्य के लिए तो जाग्रत है कि मैं यह खाऊंगा तो ठीक रहूंगा और ये नहीं खाऊंगा तो ठीक रहूंगा। लेकिन जो हम खा रहे है वह स्वस्थ है इस बात के लिए जाग्रत नहीं है। अन्त में ब्रह्माकुमारी रजनी बहन से राजयोग का अभ्यास कराया। कार्यक्रम में डॉ0रामानन्द,राधेश्याम शर्मा,सुशील गुप्ता,रणवीर कुमार,सुशील कुमार,मनीष,राजकुमार उपाध्याय एडवोकेट,सुमन,काजल,मंजू,मोनिका,वन्दना, सुनीता,सर्वेश,सरिता,यशपाल सिंह,बी.के. धीरज आदि ने लाभ लिया।