हरिद्वार। बिलकेश्वर रोड स्थित श्री प्राचीन सिद्धकाल भैरव मंदिर मे भैरव अष्टमी के अवसर पर भैरव जी की महिमा का अर्थ सहित गुणगान भजन कीर्तन तथा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर तपोनिधि पंचायती श्रीआनंद अखाड़े से श्रीमहंत दिवाकर गिरि महाराज ने श्रद्वालुओं को संबोधित करते हुए कहा भगवान काल भैरव की महिमा बड़ी ही अपरंपार है जो भक्त सच्चे मन से उनके दरबार में माथा टेकता है भगवान भैरव उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। धर्म कर्म मनुष्य को कल्याण की ओर ले जाता है दान सत्कर्म ही मनुष्य के कल्याण का माध्यम है। प्राचीन सिद्ध काल भैरव मंदिर तथा श्री हनुमान मंदिर की संचालिका संस्थापिका साध्वी माता संतोष गिरी महाराज ने कहा भगवान महाकाल भैरव की महिमा बड़ी ही अपरंपार है। उनके दरबार से कभी कोई खाली हाथ नहीं लौटता वे सभी के मन की इच्छा पूर्ण करते हैं इस सृष्टि में भगवान काल भैरव का विशेष महत्व है उनके दरबार में माथा टेकने के बाद ही भक्तों की मांगी गई मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इस सृष्टि में उनकी जीती जागती महिमा है जो भी भक्त उन्हें सच्चे मन से पूजता है उनके दरबार मे आता है वह खुशियों की झोली भरकर हंसते गाते अपने घर को जाता है। श्री तपोनिधि पंचायती आनंद अखाड़े के थानापति श्री कौशल गिरी महाराज ने कहा यह वह सिद्ध स्थान है जो भक्त सच्चे मन से आता है वह खुशियों की झोली भरकर अपने घर हंसता गाता जाता है तपोनिधि पंचायती श्री आनंद अखाड़े के साधु संतों के पावन सानिध्य में पवन सिद्ध पीठ के साथ-साथ अनेको शैक्षिक संस्था समाज कल्याण हेतु अखाड़े के माध्यम से संचालित है। इस अवसर पर श्री प्राचीन सिद्ध काल भैरव मंदिर बिलेश्वर रोड में विशाल भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें हजारों भक्तजनों ने भंडारे में भोजन प्रसाद ग्रहण किया।