ठेका प्रथा व मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष तेज करने होगे
हरिद्वार। उत्तराखंड के हरिद्वार में बीएचईएल के फाउंड्री गेट पर मासा की ओर से दिए गए कार्यक्रम के बतौर मजदूर प्रतिरोध दिवस मनाया गया। विरोध प्रदर्शन के बाद जिला अधिकारी, हरिद्वार के माध्यम से राष्ट्रपति के लिए ज्ञापन सौंपा गया। विरोध-प्रदर्शन में भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के महामंत्री अवधेश ने अपनी बात रखते हुए कहा कि देश में मजदूरों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। 44श्रम कानूनो को खत्म कर 4मजदूर विरोधी लेबर कोड बना दिए गए है। जिनके लागू होते ही मजदूरों के काम के घंटे बढ़ा दिए जायेंगे,यूनियन बनाने, हड़ताल करने आदि मजदूर अधिकार खत्म करने की कोशिश की जा रही है। सभा में क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के नासिर अहमद ने कहा कि देश में सरकार समान नागरिक संहिता लागू करने की बात कही जा रही है। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता को लागू कर दिया गया है। इस कानून के जरिए सरकार मुस्लिमों को निशाना बनाया जा रहा है। विविधताओं से भरे देश में शादी विवाह, रीति रिवाजों में तो समनता की बात करती है लेकिन देश में एक तरफ अमीरों की दौलत बढ़ती जा रही है और दूसरी ओर मजदूरों हालत खराब होती जा रही है इसको समान करने की बात नहीं करती है। सभा में प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र की दीपा ने कहा कि ये फासीवादी सरकार घोर नारी विरोधी हैं। सभा में एवरेडी मजदूर संगठन के अध्यक्ष अमित कुमार चौहान ने कहा कि देश में महंगाई, बेरोजगारी,बढ़ती जा रही है वहीं दूसरी तरफ मजदूरों को ठेके पर काम पर रखा जा रहा है जिनको न्यूनतम वेतन तक भी नहीं मिल पा रहा है। आज इतनी महंगाई में मजदूर दो वक्त की रोटी जुटाना मुस्किल होता जा रहा है। सभा में कर्मचारी संघ सत्यम ऑटो के महिपाल ने कहा कि कंपनियों में स्थाई कर्मचारियों के बजाय मजदूरों को ठेके पर रखा जा रहा है। ठेका प्रथा व मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष तेज करने होगे। संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा के संयोजक व फूड्स श्रमिक यूनियन आईटीसी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह ने कहा कि आज एक तरफ मोदी सरकार द्वारा धर्म का सहारा लेकर समाज को बांटने की राजनीति की जा रही है। दूसरी तरफ मजदूरों किसानों के खिलाफ नीतियां बनायी जा रही है। हमें भगतसिंह के बताये हुए रास्ते पर चलना होगा। मजदूरों किसानों को ऐ बात समझनी होगी तुम्हारा असली दुश्मन पूंजीपति है इनकी सता को ध्वस्त करने के एकजुट होना होगा। सीमेंस वर्कर्स यूनियन (सी एंड एस) के अशोक गिरि ने कहा कि आज मजदूर मेहनतकशों के इस महंगाई के दौर में जीवन चलाना मुस्किल हो गया। फैक्ट्री कल कारखानों में छंटनी तेज हो गई है। ठेका प्रथा को बढ़ावा दिया जा रहा है जिसे और ज्यादा पूंजीपति मुनाफा कमाये। मजदूरों को एकता बनाकर अपने छिनते हुए अधिकारों बचाना होगा। इंकलाबी मजदूर केन्द्र के हरिद्वार प्रभारी पंकज कुमार ने कहा कि आज देश जब से हिन्दू फासीवादी सत्ता में आये हैं तब से मजदूरों मेहनतकशों के खिलाफ नीतियां बना कर गुलाम बनाने व पूंजीपतियों के मुनाफे के लिए मोदी सरकार कुछ भी करने को तैयार है। हिटलर के नक्शे कदम आज देश खुलेआम अल्पसंख्यकों,दलितों,आदिवासियों पर महले हो रहे हैं। फासीवाद को चुनौती मजदूर मेहनतकश जनता ही दे सकती। आज जरूरत है कि मजदूर वर्ग को गोलबंद कर पूंजीवाद,साम्राज्यवाद,फासीवाद के खिलाफ लड़ाई तेज करने होगे। मजदूर प्रतिरोध दिवस व ज्ञापन की कार्रवाई में मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा) के बैनर तले इंकलाबी मजदूर केंद्र से पंकज कुमार,प्रगतिशील महिला एकता केंद्र से दीपा, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन से नासिर अहमद,भेल मजदूर ट्रेड यूनियन से नीशू व सत्यवीर,फूड्स श्रमिक यूनियन से देवेन्द्र कुमार ,कर्मचारी संघ सत्यम आटो से महिपाल,देवभूमि श्रमिक संगठन एचयूएल से दिनेश कुमार,एवरेडी मजदूर यूनियन अमित कुमार तथा अनिल कुमार,सीमेंस वर्कर्स यूनियन सी एंड एस इलेक्ट्रिक लिमिटेड से अशोक गिरि,दिलिप, विभूति,राजा बिस्किट मजदूर संगठन से ब्रजेश कुमार व प्रगतिशील भोजनमाता संगठन से नीता आदि संगठनों ने भागीदारी की।