हरिद्वार। मेला अस्पताल में भर्ती एक मरीज की संदिग्ध परिस्थितियों में छत से गिरने से मौत हो गयी। मृत युवक तरूण पुत्र स्व.अशोक अस्तपाल के सामने ही स्थित वाल्मिीकि बस्ती में रहता था। बताया जा रहा है कि युवक नशे की लत का शिकार होने के साथ दौरे की बीमारी से ग्रस्त था। युवक का मेला अस्तपाल में तैनात मनोचिकित्सक डा.राजीव रंजन से इलाज चल रहा था। सोमवार को परिजन युवक को लेकर अस्पताल गए तो डा.राजीव रंजन ने उसकी स्थिति को देखते हुए उसे भर्ती कर एमआरआई कराया। एमआरआई की रिपोर्ट मंगलवार को आनी थी। मंगलवार को तड़के मरीज को वार्ड से गायब देखकर जब परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की तो उसका शव भूतल पर रखे जनरेटर के पास पड़ा मिला। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने के साथ मामले की जांच शुरू कर दी है। अस्पताल की छत का रास्ता बंद होने के बाद मरीज छत पर कैसे पहुंचा। इसको लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि ओपीडी बंद होने के बाद छत पर जाने वाले रास्ते पर ताला लगा दिया जाता है। मेला अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस डा.विवेक तिवारी ने बताया कि अस्पताल में भर्ती युवक के साथ उसकी माता और अन्य परिजन भी थे। युवक छत पर कैसे पहुंचा। इस संबंध में पुलिस जांच कर रही है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को भी चेक किया जा रहा है। पुलिस जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
मेला अस्तपाल में भर्ती युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में छत से गिरने से मौत