हरिद्वार। राजकीय महाविद्यालय भूपतवाला में नमामि गंगे के हरेला पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत हरेला पर्व मनाने का इतिहास तथा महत्व विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में महाविद्यालय की बी.एस.सी प्रथम वर्ष की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। छात्राओं ने उत्तराखंड की लोक संस्कृति, प्रकृति और पर्यावरण के महत्व को लेकर मनाए जाने वाले हरेला पर्व पर भाषण के माध्यम से अपने विचार रखते हुए कहा कि सोशल मीडिया का सार्थक उपयोग पेड़ लगाने में तब माना जाएगा। ज़ब इस वर्ष लगाए गए पौधे का संरक्षण करते हुए उसी पौधे के साथ सेल्फी अपलोड की जाए। प्रतियोगिता में ख़ुशी निषाद प्रथम,स्नेहा पाण्डेय द्वितीय,अंजलि नेगी तृतीय और नेहा ने सांत्वना पुरुस्कार पुरूस्कार प्राप्त किया। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डा.युवराज ने उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला को पर्यावरण सुधारक पर्व की संज्ञा दी। वरिष्ठ प्राध्यापक डा.अजय प्रसाद उनियाल ने छात्रों कों सम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से मनाए जाने वाले लोकपर्व हरेला पर प्रत्येक नागरिक को अपनी नैतिक जिम्मेदारी तय करते हुए अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए। नमामि गंगे की संयोजिका डा.शकुंज राजपूत ने भाषण प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले छात्रों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर एन.एस.एस प्रभारी डा.स्मिता बसेरा ,रोवर रेंजर्स की प्रभारी डा.किरण त्रिपाठी,डा.पुरोहित,डा.प्रीतम कुमारी,डा.संजीव,डा.अर्चना,डा.प्रमिला विश्वास,डा.प्रियंका परमार,डा.विशाल,डा.निविंध्या शर्मा आदि मौजूद रहे।
हरेला पखवाड़ा के अंतर्गत महाविद्यालय में किया भाषण प्रतियोगिता का आयोजन
हरिद्वार। राजकीय महाविद्यालय भूपतवाला में नमामि गंगे के हरेला पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत हरेला पर्व मनाने का इतिहास तथा महत्व विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में महाविद्यालय की बी.एस.सी प्रथम वर्ष की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। छात्राओं ने उत्तराखंड की लोक संस्कृति, प्रकृति और पर्यावरण के महत्व को लेकर मनाए जाने वाले हरेला पर्व पर भाषण के माध्यम से अपने विचार रखते हुए कहा कि सोशल मीडिया का सार्थक उपयोग पेड़ लगाने में तब माना जाएगा। ज़ब इस वर्ष लगाए गए पौधे का संरक्षण करते हुए उसी पौधे के साथ सेल्फी अपलोड की जाए। प्रतियोगिता में ख़ुशी निषाद प्रथम,स्नेहा पाण्डेय द्वितीय,अंजलि नेगी तृतीय और नेहा ने सांत्वना पुरुस्कार पुरूस्कार प्राप्त किया। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डा.युवराज ने उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला को पर्यावरण सुधारक पर्व की संज्ञा दी। वरिष्ठ प्राध्यापक डा.अजय प्रसाद उनियाल ने छात्रों कों सम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से मनाए जाने वाले लोकपर्व हरेला पर प्रत्येक नागरिक को अपनी नैतिक जिम्मेदारी तय करते हुए अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए। नमामि गंगे की संयोजिका डा.शकुंज राजपूत ने भाषण प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले छात्रों का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर एन.एस.एस प्रभारी डा.स्मिता बसेरा ,रोवर रेंजर्स की प्रभारी डा.किरण त्रिपाठी,डा.पुरोहित,डा.प्रीतम कुमारी,डा.संजीव,डा.अर्चना,डा.प्रमिला विश्वास,डा.प्रियंका परमार,डा.विशाल,डा.निविंध्या शर्मा आदि मौजूद रहे।