हिरोशिमा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में डा.चिन्मय पण्डया ने किया भारत काप्रतिनिधित्व

 


हरिद्वार। जापान के हिरोशिमा शहर में आयोजित अंतराष्ट्रीय सम्मेलन “एआई एथिक्स फॉर पीस वर्ल्ड रिलीजियस कमिट टू द रोम कॉल”में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा.चिन्मय पंड्या ने भारत एवं सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया और भारत के प्रतिनिधि के रूप में हिरोशिमा अपील पर हस्ताक्षर किए। यह अपील भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को मानवता के खिलाफ़ कार्य करने से रोकने का काम करेगी।कार्यक्रम में जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, माइक्रोसॉफ्ट के प्रेसिडेंट ब्रैडफोर्ड एल स्मिथ,आईबीएम,सिस्को सहित विश्व के विभिन्न वैश्विक संस्थानों के लीडर एवं कई धर्मों के धर्मगुरुओं ने प्रतिभाग किया। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान 1945 में हिरोशिमा शहर में जहां पर परमाणु बम गिरा था। उस स्थान पर डा.पंड्या सहित चयनित सदस्यों द्वारा मृतात्माओं की याद में शांतिपाठ एवं पुष्पांजली अर्पित की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डा.चिन्मय पंड्या ने बताया कि पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने वर्षों पहले अपने दर्शन में भटकी मानवता के लिए जो समाधान दिये थे,वे आज भी कारगर हैं।