संतों के जप तप पर ही पृथ्वी टिकी हुई है-स्वामी विश्वात्मानंद


 हरिद्वार। अटल पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विश्वात्मानंद महाराज ने तारकेश्वर धाम में भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र की एकता अखण्डता कायम रखने में भारत के संत महापुरूषों की अहम भूमिका रही है। संतों के जप तप पर ही यह पृथ्वी टिकी हुई है। उन्होंने कहा कि धार्मिक अनुष्ठान अवश्य ही राष्ट्र निर्माण में सहायक होते हैं। धर्म के प्रति सभी को जागरूक रहना चाहिए। गौसेवा के संकल्प के साथ समाज उत्थान में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि गौसेवा संरक्षण नितांत जरूरी है। सभी को अपने दायित्व निभाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्वामी निर्मलदास द्वारा गरीब,असहाय परिवारों की मदद करना सराहनीय है। गौ गंगा धाम सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी निर्मलदास महाराज ने कहा कि धर्म के नाम पर चलने वाले व्यक्ति सदा प्रसन्न रहते हैं। क्योंकि उन पर सदा ईश्वर की कृपा बरसती है। जो व्यक्ति गरीब,असहाय परिवारों की मदद करते हैं। वह ईश्वर के चरणों में वास करते हैं। उन्होंने भारत के विभिन्न राज्यों से आने वाले शिवभक्त कांवड़ियों से अपील करते हुए कहा कि गंगा को निर्मल,अविरल,स्वच्छ रखने के लिए शिवभक्त कांवड़िएं अपना सहयोग प्रदान करें। पुराने कपड़े,मैले कुचेले पदार्थ गंगा घाटों के आसपास ना डालें। पन्नियों का इस्तेमाल कांवड़ यात्रा के दौरान ना करें। गंगा को स्वच्छ बनाए रखने में सहयोग करें। इस दौरान सभी संतों ने तारा बाबा घाट पर भव्य दिव्य गंगा आरती की। जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल रहे। इस अवसर पर स्वामी रविदेव शास्त्री,स्वामी हरिहरानंद,स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि,स्वामी दिनेश दास,समाजसेवी रवि मित्तल आदि शामिल रहे।