संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा ने दी शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि

 विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री को प्रेषित किया ज्ञापन


हरिद्वार। संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा से जुड़े विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं ट्रेड यूनियनों द्वारा रोशनाबाद जिला कलेक्ट्रेट पर क़ौमी एकता के प्रतीक शहीद उधमसिंह की शहादत दिवस पर श्रंद्धाजलि सभा का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और राज्य में श्रमिकों का दमन बंद करने,श्रमिक समस्याओं के समाधान,अवैध बताकर नागरिकों के आवास पर बुलडोजर कार्रवाइयों पर रोक लगाने,नफरती हिंसा बंद करने आदि मांगों के संबंध में एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया। सभा को संबोधित करते हुए संयुक्त मोर्चे के संयोजक एवं फूड्स श्रमिक यूनियन आईटीसी के अध्यक्ष गोविंद सिंह ने कहा मजदूर अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले श्रमिक नेताओं को गुंडा एक्ट का नोटिस देना, धरना-प्रदर्शन के संवैधानिक अधिकारों पर हमले प्रचलन बन चुका है। पूंजीपतियों के हित में शासन-प्रशासन व श्रम विभाग की सक्रियता से कंपनी मालिकों का बेलगाम शोषण बढ़ता जा रहा है। सरकारें बड़े एकाधिकारी घरानों के मुनाफे को बढ़ाने के लिए जनता के जनवादी अधिकारों को एक के बाद कुचलने के लिए कानून ला रही है। इंकलाबी मजदूर केन्द्र के हरिद्वार प्रभारी पंकज कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार जैसे काले कानून देश के किसानों के लिए लाईं थी। ठीक उसी तर्ज़ पर चार मजदूर विरोधी लेबर कोड्स मजदूरों को गुलाम बनाने के लिए लाईं है। इसका व्यापक विरोध समय की मांग है। भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के महामंत्री अवधेश कुमार ने कहा कि पहले कांग्रेस बाद में भाजपा नई आर्थिक नीतियों (निजीकरण,उदारीकरण एवं वैश्वीकरण) को तेजी से लागू कर रही है। जिसके परिणामस्वरूप पूंजीपतियों का विकास एवं मजदूर मेहनतकश जनता की कंगाली एवं बदहाली को बढ़ाया जा रहा है। सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण करके देश की अर्थव्यवस्था को चौपट किया जा रहा है। प्रगतिशील महिला एकता केन्द्र की सचिव दीपा ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ भी दमन और उत्पीड़न की घटनाओं की बाढ़ जैसी आ गयी है। जहा महिला दिन में सुरक्षित न हो वहां रात की पाली में महिलाओं से काम कराया जाने का नया कानून लाना समझ से परे है। देवभूमि श्रमिक संगठन हिन्दूस्तान यूनिलीवर के महामंत्री दिनेश कुमार ने कहा कि सिडकुल के मज़दूरों की समस्याओं के समाधान की जगह उनको उलझाया जा रहा है। न्यूनतम वेतन को लागू करवाने पर मजदूर नेताओं पर गुन्डा एक्ट तक की कार्यवाही करना बेहद निन्दनीय है। कर्मचारी संघ सत्यम ऑटो के महिपाल सिंह ने कहा कि सरकार किसी भी पार्टी की आये मजदूरों को संगठित होकर एवं संघर्ष करने से ही अधिकार हासिल होंगे। इस अवसरपर सामाजिक कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता रुपचन्द्र आजाद,बेल मजदूर ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष राज किशोर एवं कोषाध्यक्ष निशु कुमार,फूड्स श्रमिक यूनियन आईटीसी के कोषाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह,सिमेंस वर्कर्स यूनियन(सी एंड एस इलेक्ट्रिक लि)के अशोक गिरी,प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की निशा,दीपा एवं बसंती,कर्मचारी संघ सत्यम ऑटो के चंद्रेश,महिपाल सिंह इंकलाबी मजदूर केन्द्र के जय प्रकाश आदि मौजूद रहे।