हरिद्वार। अंजुमन फरोग ए अजा के अध्यक्ष हैदर नकवी के नेतृत्व में शिया समुदाय द्वारा इमाम बाड़ा अहबाब नगर से इमाम हुसैन की याद में मातमी जुलूस निकाला गया। इमाम बाड़े में मजलिस का आयोजन भी किया गया। मजलिस में मौलाना इक्तेदार नकवी साहब ने इमाम हुसैन के बारे में बताया कि इमाम हुसैन जब हज को उमरे में बदल के चले तो 2 मोहर्रम को इराक स्थित कर्बला में पहुंचे और क्रूर शासक यजीद के कहने पर इमाम हुसैन को रास्ते मे रोक लिया गया। 10मोहर्रम 61हिजरी को इमाम हुसैन को उनके परिवार और साथियो सहित यजीद द्वारा कर्बला में तीन दिन तक भूखा प्यासा रख के शहीद कर दिया गया। जब इमाम हुसैन अपने छह महीने के बच्चे अली असगर को लेकर पानी लेने गए तो हुरमला नामक व्यक्ति ने उस बच्चे पर भी दया नही की और तीर मार कर उस बच्चे को भी शहीद कर दिया गया। यह बच्चा कर्बला में इमाम हुसैन पर शहीद होने वाला सबसे छोटा बच्चा था। इमाम हुसैन को शहीद करने के बाद यजीद द्वारा इमाम हुसैन के घरों में आग लगा दी गयी और घर की महिलाओ और बच्चों को बंदी बनाकर उन पर पत्थर बरसाए गए। तमाम वो यातना इमाम हुसैन और उनके परिवार वालो को दी गयी। मजलिस के बाद इमाम हुसैन के ग़म को याद करते हुए शिया समाज के लोगो ने जंजीर और हाथ का मातम किया और इमाम बाड़े से अध्यक्ष हैदर नक़वी के निवास स्थान पर आकर जुलूस को समाप्त किया। इस दौरान हैदर नक़वी फ़िरोज़ ज़ैदी,एहतेशाम अब्बास,ज़हूर हसन,जाफ़र हुसैन,बिलाल रज़ा,हादी हसन,अस्करी अली,रज़ा,इक़बाल,अंसार हुसैन,अनवार हुसैन,शोएब नक़वी,मोहम्मद जमा,गौहर जाफरी,दिलशाद नकवी,कबीर,सज्जाद नकवी,मौहम्मद मुज्तबा,शहजाद,शजर ऐजाज,आशु,रविश नकवी,हुसैन हदर ,बिलाल नकवी,अलीरजा,काजिम गाजी,बासित आदि मौजूद रहें।
इमाम हुसैन की याद में मातमी जुलूस निकाला
हरिद्वार। अंजुमन फरोग ए अजा के अध्यक्ष हैदर नकवी के नेतृत्व में शिया समुदाय द्वारा इमाम बाड़ा अहबाब नगर से इमाम हुसैन की याद में मातमी जुलूस निकाला गया। इमाम बाड़े में मजलिस का आयोजन भी किया गया। मजलिस में मौलाना इक्तेदार नकवी साहब ने इमाम हुसैन के बारे में बताया कि इमाम हुसैन जब हज को उमरे में बदल के चले तो 2 मोहर्रम को इराक स्थित कर्बला में पहुंचे और क्रूर शासक यजीद के कहने पर इमाम हुसैन को रास्ते मे रोक लिया गया। 10मोहर्रम 61हिजरी को इमाम हुसैन को उनके परिवार और साथियो सहित यजीद द्वारा कर्बला में तीन दिन तक भूखा प्यासा रख के शहीद कर दिया गया। जब इमाम हुसैन अपने छह महीने के बच्चे अली असगर को लेकर पानी लेने गए तो हुरमला नामक व्यक्ति ने उस बच्चे पर भी दया नही की और तीर मार कर उस बच्चे को भी शहीद कर दिया गया। यह बच्चा कर्बला में इमाम हुसैन पर शहीद होने वाला सबसे छोटा बच्चा था। इमाम हुसैन को शहीद करने के बाद यजीद द्वारा इमाम हुसैन के घरों में आग लगा दी गयी और घर की महिलाओ और बच्चों को बंदी बनाकर उन पर पत्थर बरसाए गए। तमाम वो यातना इमाम हुसैन और उनके परिवार वालो को दी गयी। मजलिस के बाद इमाम हुसैन के ग़म को याद करते हुए शिया समाज के लोगो ने जंजीर और हाथ का मातम किया और इमाम बाड़े से अध्यक्ष हैदर नक़वी के निवास स्थान पर आकर जुलूस को समाप्त किया। इस दौरान हैदर नक़वी फ़िरोज़ ज़ैदी,एहतेशाम अब्बास,ज़हूर हसन,जाफ़र हुसैन,बिलाल रज़ा,हादी हसन,अस्करी अली,रज़ा,इक़बाल,अंसार हुसैन,अनवार हुसैन,शोएब नक़वी,मोहम्मद जमा,गौहर जाफरी,दिलशाद नकवी,कबीर,सज्जाद नकवी,मौहम्मद मुज्तबा,शहजाद,शजर ऐजाज,आशु,रविश नकवी,हुसैन हदर ,बिलाल नकवी,अलीरजा,काजिम गाजी,बासित आदि मौजूद रहें।