हरिद्वार। कनखल की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्रीरामेश्वर आश्रम सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर बालसंत स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती के संयोजन में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा एवं पित्री महायज्ञ का म.म.हरिचेतनानन्द महाराज,म.म.संतोषी माता,म.म ललितानन्द गिरि,म.म.जनकपुरी, म.म.योगीराज, म.म.स्वरूपानंद,भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नगर विधायक मदन कौशिक,न्यायाधीश श्रेय गुप्ता,उद्योगपति गंगा बिशन गुप्ता,दिवाकर शास्त्री ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर बालसंत स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती व श्रेय गुप्ता गंगा बिशन गुप्ता,डी.एस.शुक्ला,दिवाकर शास्त्री,मदन गोपाल,अजय गोयल,अतुल गर्ग ने पौधारोपण कर उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला को मनाया। श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को कथा का श्रवण कराते हुए कथाव्यास महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान की गंगा है जितनी डुबकी लगाओे उतना फल प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान का भण्डार है। कथा के श्रवण करने से जीवन में ज्ञान प्राप्त होता है। कथा के श्रवण से जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा को समझने का ज्ञान प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि गंगा तट पर संत महापुरूषों के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने का अवसर सौभाग्य से प्राप्त होता है। कथा व्यास ने श्रद्धालु भक्तों को बताया कि श्रीमद्भावगत कथा ज्ञान प्रदान करने के साथ कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त करती है। अन्य युगों में जहां ज्ञान और मोक्ष प्राप्ति के लिए अनेक यत्न करने पड़ते थे। वहीं कलयुग में श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र पितृ देव भी प्रसन्न होकर मनोकामना पूर्ण करते है और जीवन का कल्याण हो जाता है। उन्होंने श्रद्धालु भक्तों से जीवन में कम से कम पांच वृक्ष लगाकर उन वृक्षों का संरक्षण संवर्धन अपने बच्चो की तरह करने का आह्वान किया। नगर विधायक मदन कौशिक ने कहा कि महामंडलेश्वर बालसंत स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती ने बाल्यकाल से लेकर अपना समूचा जीवन सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्धन में लगाकर देश विदेश में सनातन संस्कृति को बढ़ावा देकर पताका लहराई रहे है। इस दौरान म.म.संतोषी माता,म.म.ललितानन्द गिरि,म.म.जनकपुरी ,म.म.योगीराज,म.म.स्वरूपानंद,उद्योगपति गंगा बिशन गुप्ता, दिवाकर शास्त्री,डी.एस.शुक्ला,मदन गोपाल,अजय गोयल,अतुल गर्ग,विशाल अग्रवाल,अजय गोयल ,सज्जन कुमार,सुरेश गर्ग,अरुण बिजमोन,नेपाल के पूर्व सांसद एकनारायण शर्मा,प्रो.शंकरलाल,मौसम बुहद्न,सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण किया।
श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान की गंगा है जितनी डुबकी लगाओे उतना फल प्राप्त होगा
हरिद्वार। कनखल की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्रीरामेश्वर आश्रम सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर बालसंत स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती के संयोजन में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा एवं पित्री महायज्ञ का म.म.हरिचेतनानन्द महाराज,म.म.संतोषी माता,म.म ललितानन्द गिरि,म.म.जनकपुरी, म.म.योगीराज, म.म.स्वरूपानंद,भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नगर विधायक मदन कौशिक,न्यायाधीश श्रेय गुप्ता,उद्योगपति गंगा बिशन गुप्ता,दिवाकर शास्त्री ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर बालसंत स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती व श्रेय गुप्ता गंगा बिशन गुप्ता,डी.एस.शुक्ला,दिवाकर शास्त्री,मदन गोपाल,अजय गोयल,अतुल गर्ग ने पौधारोपण कर उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला को मनाया। श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को कथा का श्रवण कराते हुए कथाव्यास महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान की गंगा है जितनी डुबकी लगाओे उतना फल प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान का भण्डार है। कथा के श्रवण करने से जीवन में ज्ञान प्राप्त होता है। कथा के श्रवण से जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा को समझने का ज्ञान प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि गंगा तट पर संत महापुरूषों के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने का अवसर सौभाग्य से प्राप्त होता है। कथा व्यास ने श्रद्धालु भक्तों को बताया कि श्रीमद्भावगत कथा ज्ञान प्रदान करने के साथ कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त करती है। अन्य युगों में जहां ज्ञान और मोक्ष प्राप्ति के लिए अनेक यत्न करने पड़ते थे। वहीं कलयुग में श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र पितृ देव भी प्रसन्न होकर मनोकामना पूर्ण करते है और जीवन का कल्याण हो जाता है। उन्होंने श्रद्धालु भक्तों से जीवन में कम से कम पांच वृक्ष लगाकर उन वृक्षों का संरक्षण संवर्धन अपने बच्चो की तरह करने का आह्वान किया। नगर विधायक मदन कौशिक ने कहा कि महामंडलेश्वर बालसंत स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती ने बाल्यकाल से लेकर अपना समूचा जीवन सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्धन में लगाकर देश विदेश में सनातन संस्कृति को बढ़ावा देकर पताका लहराई रहे है। इस दौरान म.म.संतोषी माता,म.म.ललितानन्द गिरि,म.म.जनकपुरी ,म.म.योगीराज,म.म.स्वरूपानंद,उद्योगपति गंगा बिशन गुप्ता, दिवाकर शास्त्री,डी.एस.शुक्ला,मदन गोपाल,अजय गोयल,अतुल गर्ग,विशाल अग्रवाल,अजय गोयल ,सज्जन कुमार,सुरेश गर्ग,अरुण बिजमोन,नेपाल के पूर्व सांसद एकनारायण शर्मा,प्रो.शंकरलाल,मौसम बुहद्न,सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण किया।