हरिद्वार। उत्तराखंड सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य विनय प्रताप सिंह ने मेला नियंत्रण कक्ष निकाय कर्मचारियों की लंबित समस्याओं एवं कावड़ मेले को लेकर नगर निगम एवं जिले के अधिकारियों तथा यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में आयोग सदस्य विनय प्रताप सिंह ने कर्मचारियों की समस्याओं के संबंध में अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की और जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए। बैठक में यूनियन के प्रतिनिधियों ने मुख्य रूप से नगर निगम द्वारा संचालित डोर टु डोर कूड़ा उठान कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों के शोषण के संबंध में अवगत कराया और आवश्यक कार्रवाई की मांग की। कांवड़ मेला मेले में सफाई व्यवस्था को लेकर भी चर्चा में वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कांवड़ मेले के दौरान सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए 1000 अतिरिक्त कर्मचारियों को आउटसोर्स पर रखा जाएगा। जिस पर उत्तराखंड निकाय कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संयोजक सुरेंद्र तेश्वर ने कहा कि पिछले वर्ष के कांवड़ मेले के आंकड़ों के अनुसार लगभग 4करोड़ कांवड़ यात्री आए थे। इस बार शासन की ओर से 6करोड़ से अधिक कांवड़ियों के आने का अनुमान व्यक्त किया गया है। ऐसे में 1000कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है। जबकि मैनुअल के अनुसार 10000की आबादी पर 28कर्मचारियों की संख्या होनी चाहिए। ऐसे में इतने कम कर्मचारियों से इतना बड़ा मेला कैसे संपन्न हो पाएगा। इसलिए मैनुअल के अनुसार कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए। जिससे कर्मचारियों पर कार्य का अतिरिक्त भार ना हो। मोर्चा संयोजक राजेंद्र श्रमिक ने कहा कि कांवड़ मेला संपन्न कराने के लिए रखे जाने वाले आउटसोर्स कर्मचारियों का पीएफ, ईएसआई एवं वेतन सीधा बैंक खातों में दिया जाए। पूर्व में भी कांवड़ मेला समाप्त होने के बाद कर्मचारियों को अपने वेतन के लिए दर-दर भटकना पड़ा था। कुछ कर्मचारियों का वेतन आज तक उन्हें नही मिल सका है। इस पर सफाई कर्मचारी आयोग सदस्य ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कांवड़ मेले में कार्यरत समस्त कर्मचारियों का वेतन उनके खातों में ही भेजा जाए। अन्य कर्मचारियों की समस्याओं का एक ज्ञापन उत्तराखंड निकाय कर्मचारियों संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधियों द्वारा दिया गया और शासन स्तर से इन सभी समस्याओं की निराकरण की मांग की। बैठक में सुरेंद्र तेश्वर,राजेंद्र श्रमिक, प्रवीण तेश्वर,प्रमोद बिरला,मनोज कुमार,प्रवीण कुमार,जुगनू कांगड़ा,कुलदीप कांगड़ा,सुनील राजोर,लक्ष्मी चंद,राजेश खन्ना,अशोक कुमार,रवि चौटाला,अमर बेनीवाल,जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम अजय वीर सिंह,चिकित्सा विभाग से मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नगर निगम की ओर से सहायक नगर आयुक्त श्याम सुंदर प्रसाद,वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी तरुण मिश्रा ,लेखाकार अमित खान,स्वास्थ्य अधिष्ठान के निशांत बेनीवाल,सचिन,सुपरवाइजर सीताराम सोनी, कुलदीप आदि अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य ने दिए कर्मचारियों का वेतन भुगतान बैंक खाते में करने के निर्देश
हरिद्वार। उत्तराखंड सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य विनय प्रताप सिंह ने मेला नियंत्रण कक्ष निकाय कर्मचारियों की लंबित समस्याओं एवं कावड़ मेले को लेकर नगर निगम एवं जिले के अधिकारियों तथा यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में आयोग सदस्य विनय प्रताप सिंह ने कर्मचारियों की समस्याओं के संबंध में अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की और जल्द से जल्द समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए। बैठक में यूनियन के प्रतिनिधियों ने मुख्य रूप से नगर निगम द्वारा संचालित डोर टु डोर कूड़ा उठान कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों के शोषण के संबंध में अवगत कराया और आवश्यक कार्रवाई की मांग की। कांवड़ मेला मेले में सफाई व्यवस्था को लेकर भी चर्चा में वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कांवड़ मेले के दौरान सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए 1000 अतिरिक्त कर्मचारियों को आउटसोर्स पर रखा जाएगा। जिस पर उत्तराखंड निकाय कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संयोजक सुरेंद्र तेश्वर ने कहा कि पिछले वर्ष के कांवड़ मेले के आंकड़ों के अनुसार लगभग 4करोड़ कांवड़ यात्री आए थे। इस बार शासन की ओर से 6करोड़ से अधिक कांवड़ियों के आने का अनुमान व्यक्त किया गया है। ऐसे में 1000कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है। जबकि मैनुअल के अनुसार 10000की आबादी पर 28कर्मचारियों की संख्या होनी चाहिए। ऐसे में इतने कम कर्मचारियों से इतना बड़ा मेला कैसे संपन्न हो पाएगा। इसलिए मैनुअल के अनुसार कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए। जिससे कर्मचारियों पर कार्य का अतिरिक्त भार ना हो। मोर्चा संयोजक राजेंद्र श्रमिक ने कहा कि कांवड़ मेला संपन्न कराने के लिए रखे जाने वाले आउटसोर्स कर्मचारियों का पीएफ, ईएसआई एवं वेतन सीधा बैंक खातों में दिया जाए। पूर्व में भी कांवड़ मेला समाप्त होने के बाद कर्मचारियों को अपने वेतन के लिए दर-दर भटकना पड़ा था। कुछ कर्मचारियों का वेतन आज तक उन्हें नही मिल सका है। इस पर सफाई कर्मचारी आयोग सदस्य ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कांवड़ मेले में कार्यरत समस्त कर्मचारियों का वेतन उनके खातों में ही भेजा जाए। अन्य कर्मचारियों की समस्याओं का एक ज्ञापन उत्तराखंड निकाय कर्मचारियों संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधियों द्वारा दिया गया और शासन स्तर से इन सभी समस्याओं की निराकरण की मांग की। बैठक में सुरेंद्र तेश्वर,राजेंद्र श्रमिक, प्रवीण तेश्वर,प्रमोद बिरला,मनोज कुमार,प्रवीण कुमार,जुगनू कांगड़ा,कुलदीप कांगड़ा,सुनील राजोर,लक्ष्मी चंद,राजेश खन्ना,अशोक कुमार,रवि चौटाला,अमर बेनीवाल,जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम अजय वीर सिंह,चिकित्सा विभाग से मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नगर निगम की ओर से सहायक नगर आयुक्त श्याम सुंदर प्रसाद,वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी तरुण मिश्रा ,लेखाकार अमित खान,स्वास्थ्य अधिष्ठान के निशांत बेनीवाल,सचिन,सुपरवाइजर सीताराम सोनी, कुलदीप आदि अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।