एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने लावारिस घूमती मिली दो बालिकाओं व एक बालक को किया रेस्क्यू

 हरिद्वार। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने दो नाबालिक बालिकाओं व एक बालक को रेस्क्यू किया है। हरकी पैड़ी पर लावारित हालत में घूमती मिली बालिकाओं का जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया और बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के बाद मात्रांचल सदन में संरक्षण दिलाया गया। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को 16अगस्त को हरकी पैड़ी क्षेत्र में लावारिस हालत में भीख मांग रही 10और 6वर्षीय दो बालिकाएं मिली। टीम के पूछताछ करने पर एक बालिका ने अपना नाम अंशिका पुत्री पिंटू 10वर्ष बताया। दूसरी बालिका ने अपना नाम रेशमबानो बताया। लेकिन पिता का नाम नहीं बता पायी। टीम दोनों बालिकाओं को रेस्क्यू कर एएचटीयू कार्यालय ले गयी। जहां उन्हें विश्वास में लेकर उनके घर के संबंध में जानकारी की गयी। तो वह ठीक से नहीं बता पायी। टीम ने बालिकाओं को जिला अस्तपाल ले जाकर चिकित्सीय परीक्षण कराने के बाद बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। समिति के आदेशानुसार दोनेां को मात्रांचल सदन में संरक्षण दिलवाया गया है। टीम बालिकाओं के परिजनों की तलाश कर रही है। इसके अलावा हरकी पैड़ी क्षेत्र में घाट पर लावारिस अवस्था में अकेले बैठे मिले एक 10वर्षीय बालक को रेस्क्यू कर खुला आश्रय गृह ज्वालापुर में संरक्षण दिलाया गया। पूछताछ में बालक ने अपना नाम अमन पुत्र उमेश निवासी मितलोली तहसील बिसौली चंदौसी (मुरादाबाद) उत्तर प्रदेश बताया। बालक ने बताया कि दो दिन पहले पिता के डांटने पर वह नाराज होकर ट्रेन में बैठकर हरिद्वार आ गया था। पुलिस बालक के परिजनों से संपर्क करने में जुट गयी है। एएचटीयू टीम में हेडकांस्टेबल राकेश कुमार,हेडकांस्टेबल विनिता सेमवाल व कांस्टेबल दीपक चंद शामिल रहे।