जनाधिकार मोर्चा ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

 कानून व्यवस्था में सुधार के लिए दिशा निर्देश जारी करने की मांग की


हरिद्वार। जनाधिकार मोर्चे के प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रीय महासचिव हेमा भंडारी के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित कर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था में सुधार के लिए दिशा निर्देश जारी करने की मांग की। मोर्चे की राष्ट्रीय महासचिव हेमा भंडारी ने कहा कि हरिद्वार जिले में लगातार चेन स्नैचिंग और लूट के मामले सामने आ रहे हैं। अभी हाल ही में व्यापारी के शौरूम में दिन दहाड़े डकैती और दो दिन बाद ही महिला की चेन लूट ली गयी। घटना के दौरान हवाई फायरिंग भी की गयी। हरिद्वार एक धार्मिक नगरी है। इस तरह की खबरें पर्यटकों को यहां आने के लिए हतोत्साहित कर सकती हैं। जिससे राज्य के राजस्व और हरिद्वार की जनता के रोजगार को भारी नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में महिलाओ के साथ बलात्कार और हत्या की घटनाये हो रही है और अपराधी बेखौफ़ घूम रहे है। पुलिस प्रशासन नींद में है। अंकिता भंडारी के माता पिता आज तक न्याय के लिए भटक रहे है। ऋषिकेश में शराब माफियाओ द्वारा पत्रकार की हत्या का प्रयास किया गया। प्रदेश में न महिलाएं सुरक्षित हैं न व्यापारी और न जनता की आवाज उठाने वाले पत्रकार। जिलाध्यक्ष संजू नारंग ने कहा कि आईएसबीटी देहरादून में हुए गैंगरेप के आरोपियों को सरकारी सेवा से बर्खास्त करने के लिए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। कुर्बान अली ने कहा कि उधम सिंह नगर में हुए बलात्कार और जघन्य हत्या के मामले में भी किसी पुलिस कर्मचारी पर कोई कार्यवाही सुनिश्चित नहीं की गई है। डा. मेहरबान ने कहा कि सरकार की ढिलाई से अपराधियों से हौसले बुलंद हो रहे हैं। देवभूमि उत्तराखंड एक शांत राज्य है। आपराधिक घटनाएं उत्तराखंड के देशव्यापी सम्मान को मलिन करती हैं। ज्ञापन देने वालों में हेमा भंडारी,संजू नारंग,अर्जुन सिंह,डा.मेहरबान,कुर्बान अली, सावेज शाह,एहतेशाम अली,बिलाल,निज़ाम ख्वाजा,समीर,शाहनवाज,आरिफ़,सलमान, मौ.शाकिर, शाहबाज,फारुख अंसारी,निज़ाम ख्वाजा,सावेज शाह आदि शामिल रहे।