जनपद में घटित विभिन्न अपराधों के तीन वर्षीय आंकड़ों की गई समीक्षा

 लम्बित प्रार्थना पत्रों पर कप्तान ने जताई नाराजगी,सुनियोजित तरीके से निपटारे के निर्देश


हरिद्वार। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने मासिक अपराध समीक्षा बैठक के दौरान विभिन्न अपराधों के तीन वर्षीय आंकड़ों एवं जनपद पुलिस के समक्ष पेश आयी चुनौतियों की समीक्षा करते हुए किसी भी अपराध के घटित होने की सूचना पर रिस्पांस टाइम को और अधिक बेहतर बनाने के निर्देश दिए। रोशनाबाद स्थित पुलिस मुख्यालय में जनपद के सभी पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में आयोजित समीक्षा बैठक में श्री डोबाल ने त्योहारी सीजन विशेषकर धनतेरस व दिपावली में व्यापारिक संस्थानों एवं खरीददारी करने निकले आमजन की सुरक्षा का विशेष ध्यान देते हुए थाना पुलिस को निरंतर राउंड पर रहते हुए हर संदिग्ध से कड़ी पूछताछ करने के साथ ही बीडीएस,डॉग स्क्वायड को एलर्ट रहते हुए सार्वजनिक स्थानों में रखे लावारिस सामान की निरंतर सघन चैकिंग करने एवं फायर सर्विस को किसी भी अग्निकांड संबंधी घटना को रोकने के लिए तैयारी हालत में रहने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान एसएसपी ने जनपद स्तर पर प्रचलित कुल लम्बित/पार्ट लम्बित/पुनर्विवेचना निस्तारण अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि चैकिंग के दौरान खास तौर पर ट्रिपल राइडिंग, दोषपूर्ण नंबर प्लेट, नाबालिक द्वारा ड्राइविंग/ड्रंक एंड ड्राइविंग पर सतर्क दृष्टि रखी जाए ताकी हम अपराधों और सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगा सकें। लम्बित शिकायती प्रार्थना पत्रों की समीक्षा। लम्बित के विवरण में 06माह से कम,06माह से 01वर्ष,01वर्ष से 02वर्ष,02 वर्ष से अधिक के प्रारुप में। एसएसपी ने कहा कि सही लीड़रशिप होना आवश्यक है। सही नेतृत्व से ही अधिनस्थ को कार्य करने की सीख मिलती है और सकारात्मक परिणाम आते हैं। वर्दी में अनुशासन और उसकी गरिमा को बनाए रखना बहुत जरुरी है इसलिए अपने कर्तव्य का सही तरीके से पालन करें और अगर कोई व्यक्ति राज कार्य में ड्यूटीरत कर्मी के साथ अभद्र व्यवहार करता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए। समस्त क्षेत्राधिकारियों चोरी/लूट जैसे गंभीर प्रकरणों की खुद समीक्षा कर रिकवरी रेट 100ःप्रतिशत करने एवं अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए अपने स्तर से सर्किल के थाना प्रभारियों के साथ सटीक योजनाएं तैयार कर उन्हे लागू करें। सोशल मीडिया पर प्रसारित होकर वायरल हुई गलत खबरें कई बार सांप्रदायिक सद्भाव के लिए बेहद घातक साबित होते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की लगातार मॉनिटरिंग कर ऐसी खबरों पर लगाम लगाई जाए एवं संदिग्ध एकाउंट पर नियमानुसार कानूनी कार्यवाही की जाए। आंकड़ो के अवलोकन पर पाया कि 156(3) के तहत भी काफी मुकदमें पंजीकृत हो रहे हैं। सभी थाना प्रभारी सुनिश्चित करें कि कोई भी फरियादी थाने पर आता है तो उसकी शिकायत सही पाए जाने पर उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए जिससे कि वह इधर-उधर न भटके तथा उसे उचित न्याय मिल पाए। महिला संबंधी प्रकरणों में काउंसलिग पश्चात महिला हेल्प लाइन प्रभारियों द्वारा अग्रसारित की गई रिपोर्ट के आधार पर थाना प्रभारी नियमानुसार कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। समीक्षा बैठक में माह सितम्बर 2024 में पुलिस मैन ऑफ द मंथ के तहत 32पुलिस कर्मियों को पुरूस्कृत किया गया। समीक्षा बैठक में एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह,एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह,एसपी ट्रैफिक/क्राइम पंकज गैरोला,एएसपी/सीओ सदर जितेंद्र मेहरा,सीओ सिटी जूही मनराल,सीओ रुड़की नरेन्द्र पंत,सीओ मंगलौर विवेक कुमार,सीएफओ अभिनव त्यागी व जनपद के समस्त प्रभारी निरीक्षक/थाना प्रभारी/शाखा प्रभारी उपस्थित रहे।