हरिद्वार के मयंक चोपड़ा ने किया प्रदेश का नाम रोशन

 हरिद्वार। तीर्थ नगरी हरिद्वार के उपनगर कनखल के विष्णु गार्डन निवासी मयंक चोपड़ा ने  एक बार फिर देवभूमि उत्तराखंड राज्य का नाम रोशन किया हैं। भारत  सरकार के उपक्रम ए वी एनएल ऑटोफ्लिप्स द्वारा जबलपुर-मध्यप्रदेश में आयोजित कार रैली में प्रतिभाग कर प्रथम स्थान प्राप्त किया हैं। उनके साथ इस रैली में जोड़ीदार कोलकाता निवासी नीरव मेहता थे। मयंक चोपड़ा के पिता मनमोहन चोपड़ा समाजसेवी है और रोटरी क्लब रानीपुर के अध्यक्ष रहे हैं। इस रैली ने मध्य प्रदेश के जबलपुर से बांधवगढ़ होते हुए 600किलोमीटर का सफर तय किया,जिसमे 60से अधिक खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया। यति मोटर स्पोर्ट्स क्लब की ओर से हिस्सा लेते हुए मयंक एवं नीरव की जोड़ी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 32सेकंड के अंतर से पराजित किया। ऐसा पहली बार नहीं हैं कि मयंक चोपड़ा ने हरिद्वार ही नहीं बल्कि प्रदेश का नाम रोशन किया हैं। वह पिछले 12वर्षों से अधिक समय से कार रैली में हिस्सा लेते आ रहे हैं और 50से अधिक कार रैली में न केवल प्रतिभाग किया बल्कि 35 से अधिक में प्रथम स्थान प्राप्त किया हैं। मयंक ने जो ट्रॉफी जीती हैं उसका भी ऐतिहासिक महत्व हैं। यह ट्रॉफी भारत-पाकिस्तान के युद्ध में सेवारत रूसी टैंक 72के पिस्टन से बनी है जो अपने आप में एक अजूबा हैं। 1973से टी-72टैंक एवीएनएल(आर्म्ड व्हीकल निगम लिमिटेड) जबलपुर में देश की सेना के लिए बनाया जा रहा हैं। मयंक चोपड़ा की इस सफलता पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और खेल संगठनों ने बधाई दी है।