हरिद्वार। अधिवक्ता परिषद की जिला इकाई द्वारा संविधान दिवस पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। बुधवार को अधिवक्ता कक्ष परिसर स्थित अधिवक्ता कक्ष में आयोजित गोष्ठी में अधिवक्ताओं ने संविधान दिवस पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं कहा कि भारतीय संविधान देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में सामाजिक,आर्थिक,धार्मिक अधिकार,कर्तव्यों व मूल्यों के रूप में विद्यमान है। संविधान दिवस के अवसर पर अधिवक्ता परिषद जिला इकाई के अध्यक्ष दीपक ठाकुर ने बताया कि 26नवम्बर 1950 में स्थापित भारत का संविधान वर्तमान में भारतीय लोकतन्त्र की पूंजी के रूप में उपयोगी है। वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव कुमार सैनी व राजेश राठौर ने बताया कि भारतीय संविधान कई आपातकालीन स्थितियों व संशोधन के पश्चात भी अपनी गरिमा व शुचिता को बनाएं हुए है। पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता तरसेम सिंह ने कहा कि व्यक्तियों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व अपने मौलिक अधिकारों के लिए भारतीय संविधान विश्व भर में एक मात्र उदाहरण है। कार्यक्रम का संचालन परिषद की जिला महामंत्री प्रियंका वर्मा ने किया। इस अवसर पर परिषद के पूर्व प्रांतिय अध्यक्ष तेजेंद्र गर्ग,शालू राजपूत ,तोषी चौहान,कविता वैभव,हिमांशु सैन,कुशलपाल सिंह चौहान,सुरेंद्र शर्मा,आदेश चौहान,शिव कुमार भामा,रमन सैनी,कुणाल शर्मा,राजेंद्र सिंह राजावत,भूपेंद्र कुमार चौहान,अनुज शर्मा,पंकज दत्त शर्मा व धीरज मनचंदा मौजूद रहे।
अधिवक्ता परिषद द्वारा संविधान दिवस पर गोष्ठी का आयोजन
हरिद्वार। अधिवक्ता परिषद की जिला इकाई द्वारा संविधान दिवस पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। बुधवार को अधिवक्ता कक्ष परिसर स्थित अधिवक्ता कक्ष में आयोजित गोष्ठी में अधिवक्ताओं ने संविधान दिवस पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं कहा कि भारतीय संविधान देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में सामाजिक,आर्थिक,धार्मिक अधिकार,कर्तव्यों व मूल्यों के रूप में विद्यमान है। संविधान दिवस के अवसर पर अधिवक्ता परिषद जिला इकाई के अध्यक्ष दीपक ठाकुर ने बताया कि 26नवम्बर 1950 में स्थापित भारत का संविधान वर्तमान में भारतीय लोकतन्त्र की पूंजी के रूप में उपयोगी है। वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव कुमार सैनी व राजेश राठौर ने बताया कि भारतीय संविधान कई आपातकालीन स्थितियों व संशोधन के पश्चात भी अपनी गरिमा व शुचिता को बनाएं हुए है। पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता तरसेम सिंह ने कहा कि व्यक्तियों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता व अपने मौलिक अधिकारों के लिए भारतीय संविधान विश्व भर में एक मात्र उदाहरण है। कार्यक्रम का संचालन परिषद की जिला महामंत्री प्रियंका वर्मा ने किया। इस अवसर पर परिषद के पूर्व प्रांतिय अध्यक्ष तेजेंद्र गर्ग,शालू राजपूत ,तोषी चौहान,कविता वैभव,हिमांशु सैन,कुशलपाल सिंह चौहान,सुरेंद्र शर्मा,आदेश चौहान,शिव कुमार भामा,रमन सैनी,कुणाल शर्मा,राजेंद्र सिंह राजावत,भूपेंद्र कुमार चौहान,अनुज शर्मा,पंकज दत्त शर्मा व धीरज मनचंदा मौजूद रहे।