भारत को पुनः विश्वगुरू की पदवी पर आसीन किया जाएगा-मुन्ना कुमार शर्मा
हरिद्वार। कनखल स्थित राजपूत पंचायत धर्मशाला में आयोजित अखिल भारत हिंदू महासभा के 62वें विशेष राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतिम दिन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने केंद्र सरकार से समान नागरिक कानून,मजबूत जनसंख्या नियंत्रण कानून सहित संतों की रक्षा,लव जेहाद पर रोक तथा गौहत्या रोकने के लिए कड़े कानून बनाने की मांग की। दो दिवसीय विशेष अधिवेशन के अंतिम दिन प्रथम सत्र में आयोजित महासभा की राष्ट्रीय महासमिति की बैठक में स्वागताध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी सहजानन्द पुरी महाराज ने मुन्ना कुमार शर्मा के महासभा का अध्यक्ष निर्वाचित होने की घोषणा करते हुए कहा कि महासभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा कुशल संगठनकर्ता,अच्छे वक्ता,परिश्रमी,विद्वान व संगठन के प्रति निष्ठावान हैं। उनके नेतृत्व में महासभा के एजेंडे को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाते हुए अधिवेशन में पारित प्रस्तावों को लागू कराने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह और राज्यों के मुख्यमंत्री से मिलेगा। आवश्यकता हुई तो आंदोलन भी किया जाएगा। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा ने कहा कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष का दायित्व एक बार पुनःदिए जाने पर उन्हें गर्व है। अखिल भारत हिंदू महासभा वह संगठन है। जिसने भारत को स्वतंत्रता दिलाने में अहम योगदान दिया। पंडित मदन मोहन मालवीय,स्वामी श्रद्धानंद,भाई परमानन्द,वीर सावरकर,डा.वीएस मुंजे, महंत दिग्विजय नाथ, लाल लाजपत राय आदि ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर भारत का स्वतंत्र कराया। उनके पदचिन्हों पर चलते हुए राष्ट्र रक्षा,हिन्दू रक्षा,संत रक्षा,गौरक्षा,महिला सुरक्षा,पर्यावरण संरक्षण एवं सनानत संस्कृति के कार्य को आगे बढ़ाते हुए भारत को पुनःविश्वगुरू की पदवी पर आसीन किया जाएगा। महासभा के बिहार प्रदेशाध्यक्ष डा.जर्नादन उपाध्याय,दिल्ली प्रदेशाध्यक्ष अशोक कुमार एवं महामंत्री वीरेश त्यागी,महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष अनिल पवार,उत्तर प्रदेशाध्यक्ष संजीव सिंह राणा, तमिलनाडु प्रदेशाध्यक्ष अरूमुगम स्वामी,राष्ट्रीय महामंत्री सुनील कुमार,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष युविष्ठिर त्यागी,अभय सिंह कुलकणी,राधव मिश्रा,नवनिर्वाचित अध्यक्ष मुन्ना कुमार शर्मा का शॉल ओढ़ाकर टोपी पहनाकर एवं तलवार भेंटकर सम्मानित कर पूर्ण सहयोग एवं समर्थन का वचन दिया। अधिवेशन में सत्येंद्र त्यागी,मनोज त्यागी,पंडित अशोक शर्मा,अनिल त्यागी,प्रभात रंजन,अनिल कान्त भटनागर,श्रीकांन्त सिंह,प्रकाशभाई ठक्कर,धर्मपाल सिवाच,ठाकुर जितेंद्र सिंह,कन्हैयालाल रायकवार,डा.आरपी सिंह,रवि नारायण महापात्र,संतोष मिश्रा,गौरव मेहरोत्रा,जर्नादन दुबे,उदय कुमार,एके शर्मा,अमित वालिया सहित उत्तराखंड,उत्तर प्रदेश,हरियाणा,दिल्ली,बिहार,असम ,ओड़िशा,गुजरात,महाराष्ट्र,तमिलनाडु,केरल सहित देश के विभिन्न राज्यों से आए सैकड़ों प्रतिनिधि शामिल हुए।