महाकुभ महापर्व में कालभैरव जयंती पर धर्म ध्वजा की स्थापना हुई
प्रयागराज। महाकुभ महापर्व का आगाज 3नवंबर को नगर प्रवेश से हो चुका है। महाकुंभ में देश-विदेश से संतों व भक्तों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। मेले में शनिवार 23 नवंबर को काल भैरव जयंती पर धर्म ध्वज की स्थापना की गई। धर्म ध्वज पूजन के साथ ही संगम पूजन,गंगा-यमुना-सरस्वती पूजन,संगम पर कुंभमेला प्राधिकरण द्वारा आवंटित भूमि का पूजन,गंगा माता द्वारा छोडी गई जमीन का पूजन तथा सभी देवी-देवताओं का आहवान पूजन भी किया गया। सभी अखाडों को जमीन का आवंटन भी किया गया। श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि जिनके मार्गदर्शन व अध्यक्षता में धर्म ध्वजा पूजन,गंगा-यमुना-सरस्वती पूजन,संगम पर कुंभ मेला प्राधिकरण द्वारा आवंटित भूमि का पूजन,गंगा माता द्वारा छोडी गई जमीन का पूजन तथा सभी देवी-देवताओं का आहवान पूजन श्रीपंचदशनाम अखाडे से जुडे जूना अखाडा,आहवान अखाडा ,अग्नि अखाडा,संयासिनी अखाडा व आलोक दरबार समेत सभी अखाडों के महामंडलेश्वर ,मंडलेश्वर,श्रीमहंत,महंत,थानापति,देश-विदेश से आए संतों की मौजूदगी में हुआ। जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज,श्रीमहंत उमा शंकर भारती महाराज,अखाडा परिषद के अध्यक्ष व निरंजनी अखाडे के सचिव श्रीमहंतरविंद्र पुरी महाराज, आहवान अखाडे के सभापति जमुना गिरि महाराज,अग्नि अखाडा के सभापति मुक्तेश्वरानंद ब्रहमचारी महाराज ,श्रीमहंत पृथ्वी गिरि महाराज,श्रीमहंत केदारपुरी महाराज,श्रीमहंत सिद्धेश्वर यति महाराज,श्रीमहंत धनंजय गिरि महाराज,श्रीमहंत मुकंुंद पुरी महाराज,मेला प्रभारी श्रीमहंत मोहन भारती महाराज,सचिव श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि महाराज,श्रीमहंत महेश पुरी महाराज,श्रीमहंत गणपत गिरि महाराज,श्रीमहंत प्रेम भारती महाराज,थानापति धीरज गिरि महाराज,थानापति रवि भारती महाराज,थानापति मनोज गिरि महाराज,थानापति कुशपुरी महाराज,रमतापंच के श्रीमहंत निरंजन भारती महाराज,श्रीमहंत रामचंद्र गिरि महाराज,श्रीमहंत द्धिज पुरी महाराज,श्रीमहंत मोहन गिरि महाराज,अष्टकौशल महंत कमल भारती महाराज,महंत सतचेतन पुरी महाराज,महंत योगानंद गिरि महाराज,श्रीमहंत शिवानंद सरस्वती महाराज थानापति,श्रीमहंत बल्ले गिरि महाराज,श्रीमहंत विद्यानंद गिरि महाराज,पंजाब,अष्टकौशल महंत योगेश्वरानंद गिरि महाराज ,श्रीमहंत मनोहर गिरि महाराज,श्रीमहंत ओम भारती सचिव,श्रीमहंत सुमेर गिरि थानापति कुश बिहार पश्चिम बंगाल,मुन्ना गिरि समेत हजारों साधु-संत मौजूद रहे। 14दिसंबर को भगवान दत्तात्रेय की जयंती है,उस दिन समूह के द्वारा पेशवाई व संगम स्नान होगा। महाराजश्री ने बताया कि पेशवाई में महामंडलेश्वर आदि तथा अखाडों का प्रवेश होगा। आहवान,अग्नि व जूना अखाडा के साथ किन्नर अखाडा भी होगा। उस दिन निवास,खिचडी,प्रसाद,भोजन आदि भी होगा। कुंभ महापर्व में मंगलवार 14जनवरी को मकर सक्रांति का पहला शाही स्नान होगा। द्वितीय शाही स्नान बुधवार 29जनवरी को मौनी अमावस्या को व तृतीय शाही स्नान सोमवार 3 फरवरी को बसंत पंचमी का होगा। साथ ही चार पर्व स्नान होगे। इनमें पहला पर्व स्नान पोष एकादशी को शुक्रवार 10जनवरी दूसरा पर्व स्नान माघी एकादशी शनिवार 8फरवरी तीसरा पर्व स्नान माघी पूर्णिमा बुधवार 12फरवरी व चौथा पर्व स्नान महाशिवरात्रि बुधवार 26 फरवरी को होगा।