विद्या भारती के 8 विद्यालयों के आचार्यों ने समता प्रतियोगिता में किया प्रतिभाग
हरिद्वार। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज सेक्टर 2 रानीपुर भेल हरिद्वार में हरिद्वार संकुल के विद्या भारती के आठ विद्यालयों के आचार्य तथा आचार्यों ने समता प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारंभ संकुल हरिद्वार के सभी प्रधानाचार्य ने सामूहिक रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के आचार्य भानु प्रताप सिंह ने किया। विद्यालय में आये समस्त अतिथियों का परिचय प्रधानाचार्य सरास्वती विद्या मंदिर मायापुर अजय सिंह ने करवाया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने कहा की आज सभी आचार्यों की समता प्रतियोगिता है समता प्रतियोगिता का अर्थ है कि हमारे कदम से कदम मिलें। समता करने से हमारे अंदर अनुशासन बढ़ता है और यही अनुशासन हम भैया बहनों को सिखाएंगे तो वो भविष्य में उच्च संस्कारी बनेंगे। विद्या भारती का भी यही लक्ष्य है की बच्चों को अनुशासित संस्कार बनाए। अनुशासित संस्कारवान भैया बहिने ही देश के एक अच्छे नागरिक बन सकते हैं। कार्यक्रम की अगली कड़ी में विद्यालय के प्रबंधक अजय शर्मा ने कहा कि समता के द्वारा सभी के अंदर ममता का विकास होता है और यही ममता भैया बहनों में अनुशासन और संस्कार का निर्माण करती है साथ ही आपने विद्यालय में उपस्थित सभी अतिथियों का धन्यवाद एवम आभार प्रकट किया। सभी संकुलों से पुरूष आचार्य 108एवम महिला आचार्य 76ने समता प्रतियोगिता में भाग लिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला कार्यवाह संजय ने सभी आचार्यों के गणों की समता की कमी और क्या अच्छा किया आपने इस विषय पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य बिजय बडोनी ने सभी प्रतिभागियों को प्रतियोगिता में धन्यवाद दिया।