स्वयं सहायता समूहों की प्रगति की जानकारी सहायक परियोजन निदेशक द्वारा ली गयी
हरिद्वार। सहायक परियोजना निदेशक नलिनीत घिल्डियाल जिला मिशन प्रबंधक एन.आर.एल.एम.हरिद्वार द्वारा पंजाब नेशनल बैंक,बेलड़ा शाखा रुड़की में स्वयं सहायता समूहों की सी.सी.एल.की प्रगति की वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त करने हेतु सम्पर्क किया गया। ए.पी.डी. द्वारा शाखा प्रबंधक पुष्पराज चौहान से वार्ता की गई और सी.सी.एल.को समयबद्ध तरीके से कराने हेतु अनुरोध किया गया। ए.पी.डी.के द्वारा बैंक में निरीक्षण किया गया बैंक सखी से यह विवरण प्राप्त किया कि कितने समूहों की पत्रावली पूर्ण जमा हैं,उन समूहों के पदाधिकारियों को बैंक में बुलाने के लिए कहा गया। उन्होंने उन समूहों से बात की तो किसी भी समूह के रेशमा एसएनजी,पूर्वा एसएनजी रहमतपुर,भोला एसएनजी बेलड़ी,कादरी एसएनजी बेलड़ा के पदाधिकारी उपलब्ध नहीं थे। फ़ील्ड ऑफिसर ने अवगत कराया कि वह दो समूहों के खाते खोल देंगे उनसे चारों समूहों के खाते खोलने का अनुरोध किया गया। इनमें छः समूहों में से खुदा और अर्पण दिव्यांग समूह हैं। मुस्कान एसएनजी एनपीए हो गया था,लेकिन इसका सारा बकाया पैसा जमा करा दिया गयाः है,दो महीने से अधिक समय हो गया है। बैंक सखी ने बताया कि शाखा प्रवन्धक ने कहा है कि उस समूह की सी.सी.एल. 3 माह बाद होगी जिस विषय में बैंक का निर्णय माना जायेगा। ए.पी.डी.द्वारा समूहों की सी.सी.एम.की प्रगति समीक्षा में उस बिन्दु से समीक्षा प्रारम्भ की जाती है कि उस बैंक विशेष में कुल कितने समूहों के खाते हैं। प्रत्येक एसएनजी की सी.सी.एल.कराई जानी है ताकि एसएनजी के पास अपने सदस्यों को आर्थिक मदद करने हेतु धनराशि की उपलब्धता हो। जिन एसएनजी की सीसीएल की दूसरी व तीसरी डोज़ होनी है उनके द्वारा ऐसे सदस्यों को इसमें से रू0 75,000 प्रति सदस्य जिसे अपना उद्यम बढ़ाने या स्थापित करने हेतु आधक धनराशि की आवश्यकता है,ऋण दिया जा सकता है। बैंक सरखी,सक्रिय महिला,आई.पी.आर.पी.और स्टाफ के माध्यम से यह समझाया जा रहा है कि समूह की सी.सी.एल.कराये। उन्होंने यह भी बताया कि जो सदस्य सी.सी.एल.से जितना ऋण लेंगे उन्हीं को व्याज के साथ उसे वापस करना होगा।