गौतम अडानी-भाजपा गठजोड़,मणिपुर हिंसा के खिलाफ कांग्रेसजनों ने किया राजभवन मार्च
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व मे विशाल प्रदर्शन के साथ सौंपा ज्ञापन
देहरादून। गौतम अडानी और उनके सहयोगियों पर अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा लगाये गये आरोपों के बाद भाजपा-अडानी गठजोड के भ्रष्टाचार,धोखाधडी,छल की कथित जालसाजी तथा मणिपुर हिंसा के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को देशभर में राजभवन मार्च के तहत राजधानी देहरादून में कंाग्रेसजनों ने उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से राजभवन तक मार्च कार्यक्रम आयोजित किया मार्च में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं,विधायकों,पूर्व सांसद,पूर्व विधायक,एआईसीसी सदस्य,पीसीसी सदस्य,अनुषांगिक संगठन,विभाग व प्रकोष्ठों के अध्यक्ष व पदाधिकारी,जिला एवं महानगर अध्यक्ष,ब्लाक,नगर,मंडल अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कंाग्रेसजनों ने प्रदेश कार्यालय से नारेबाजी के साथ राजभवन की ओर कूच किया। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने किया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि गौतम अडानी और उनके सहयोगियों पर अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा लगाये गये आरोपों ने भ्रष्टाचार,धोखाधडी और छल की कथित जालसाजी का पर्दाफाश किया है। इन आरोपों ने सरकारी योजनाओं की ठेकेदारी में रिश्वतखोरी,मनी लान्ड्रिंग और बाजार में हेरफेर के एक पैटर्न को उजागर किया है,जो भारतीय व्यापार और वित्त की प्रतिष्ठा को धूमिल करते हैं। यह घटना भारत के कॉर्पाेरेट गवर्नेंस और नियामक निगरानी के सम्बन्ध मे चिंता का विषय है। घरेलू और अन्तर्राष्ट्रीय निवेशकों के बीच विश्वास की हानि गम्भीर चिंता का विषय है। इससे भारत में पूंजी के संभावित पलायन से आर्थिक विकास,रोजगार सृजन और समग्र विकास बाधित हो सकता है। गौतम अडानी पर लगे भ्रष्टाचार के मामले को संसद में उठाने पर केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा संसदीय चर्चा को जानबूझकर रोकना और इस मुद्दे पर मौन रहना अपनी जिम्मेदारी और जवाबदेही से बचने का संकेत है। उन्होंने कहा कि एक ओर देश की जनता विगत कई वर्षों से लगातार महंगाई की मार झेल रही है,अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों मंे भारी गिरावट होने के बावजूद केन्द्र की मोदी सरकार ने अपने 11वर्ष के कार्यकाल में रसोई गैस के सिलेण्डर की कीमत 450 रू0 से बढ़ाकर 1100रू0 करके गरीब और अल्पआय वर्ग के परिवारों पर चोट करने का काम किया है। देश का आम आदमी महंगाई की मार झेलने का मजबूर है। ये वही तेल कम्पनियां व औद्योगिक घराने हैं जिनके द्वारा भारतीय जनता पार्टी को चुनावी बॉड के माध्यम से कई हजार करोड़ रूपये का चंदा प्राप्त हुआ है। श्री माहरा ने यह भी कहा कि लगभग दो वर्ष से मणिपुर राज्य निरंतर हिंसा,गोलीबारी,कर्फयू और व्यापक अराजकता के एक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रहा है। उत्तराखण्ड जैसे राज्य में औसतन प्रति माह एक बलात्कार और हत्या की घटना घटित हो रही है। दो वर्ष पूर्व उत्तराखण्ड राज्य में हुए अंकिता भंडारी जघन्य हत्याकांड में शामिल वी.आई.पी.का नाम अभी तक उजागर नहीं हो पाया है। राज्य में लगातार सामूहिक बलात्कार व हत्या की घटनाओं में सत्ताधारी दल के लोगों की संलिप्तता उजागर हो रही है। श्री माहरा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के संरक्षण में फल-फूल रहे अवैध खनन व अवैध शराब के कारोबार पर बोलते हुए कहा कि राज्य में अवैध खनन का कारोबार राज्य सरकार के संरक्षण में फल-फूल रहा है। राज्य की नदियों में भारी मात्रा में हो रहे अवैध खनन से न केवल पौराणिक नदियों का स्वरूप बिगाडा जा रहा है अपितु यह पर्यावरण के लिए भी चिन्तनीय है। भाजपा की राज्य सरकार द्वारा जिस शराब नीति को प्रदेश में लागू किया गया है उससे निश्चित रूप से प्रदेश में शराब माफिया और शराब की तस्करी को बल मिल रहा है। उत्तराखण्ड राज्य में सशक्त भू कानून न होने के चलते सरकार पर भू-माफिया पूरी तरह हाबी हैं। बाहरी राज्यों से आये भू-माफिया द्वारा बेखौफ जमीनों की खरीद-फरोख्त कर स्थानीय लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने मांग की कि गौतम अडानी और उनके सहयोगियों पर अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा लगाये गये आरोपों की जांच के लिए जे.पी.सी.का गठन किया जाय। मणिपुर हिंसा के लिए जिम्मदार राज्य सरकार को बर्खास्त किया जाय। अंकिता भंडारी हत्याकांड में शामिल वीआईपी का नाम उजागर किया जाय तथा राज्य में अवैध खनन व शाराब माफिया पर रोक लगाने के लिए कडे कदम उठाने के साथ ही कठोर भू कानून बनाया जाय। प्रदर्शन एवं राजभवन मार्च के दौरान कांग्रेसजनों ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में सामूहिक गिरफतारी दी,सभी कांग्रेसजनों को गिरफतार कर पुलिस लाईन ले जाया गया। राजभवन कूच कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य,पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत,एआईसीसी सचिव व सहप्रभारी सुरेन्द्र शर्मा,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी,प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी,मीडिया चेयरमैन राजीव महर्षि,पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट,पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा,गोविन्द सिंह कुजवाल,उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापडी,विधायक विक्रम सिंह नेगी,हरीश धामी,आदेश चौहान,तिलकराज बेहड़, ममता राकेश,रवि बहादुर,रणजीत सिंह रावत,महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला,प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी,राजेन्द्र शाह,याकूब सिद्धिकी,गोदावरी थापली,जोत सिंह गुनसोला,राजकुमार,राजपाल बिष्ट ,जयेन्द्र रमोला,युवा अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर,प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट,डॉ.प्रतिमा सिह ,राजेश चमोली,गरिमा माहरा दसौनी,महेन्द्र सिंह नेगी,अमरजीत सिंह,डॉ0जसविन्दर सिंह गोगी ,जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण,विनोद नेगी,मोहित उनियाल,राकेश राणा,मुकेश नेगी,राजीव चौधरी ,दिनेश चौहान,विनोद डबराल,अमन गर्ग,राजेन्द्र चौधरी,विरेन्द्र पोखरियाल,नवनीत सती,गिरीश पपनै,अनिल नेगी,सरिता नेगी,लालचन्द शर्मा,अरूणा कुमार,गौरव चौधरी,नजमा खान,आशा शर्मा,उर्मिला थापा,नीनू सहगल,ललित फर्स्वाण,विकास नेगी,दर्शनलाल,विशाल मौर्य,नवीन रामोला ,भगवती सेमवाल,अमरजीत सिंह,,याकुब सिद्धिकी,महेन्द्र नेगी,पिया थापा,प्रदीप थपलियाल ,मोहन काला,सुलेमान अली,अभिनव थापर,रीता पुष्पवाण,संदीप चमोली,विजय रतूडी मोन्टी,अजय रावत ,आयुश सेमवाल,नवनीत कुकरेती,राजवीर सिंह,मनीष राणा,उत्तम असवाल,सुनीता प्रकाश, सोनिया आनन्द,सुनित राठौर,संदीप चमोली,अवधेश पंत,हेमापुरोहित,टीटू त्यागी,आशीष नौटियाल ,पुष्पा पंवार,चन्द्रकला नेगी,अनुराधा तिवारी,संजय कद्दू,दीप बोहरा,डॉ.प्रदीप जोशी,आनन्द बहुगुणा ,पायल बहल,राजवीर खत्री,राकेश सिंह मियां,राकेश नेगी,विरेन्द्र पंवार,अर्जुन पासी,मो.फारूख, रॉबिन त्यागी,अनूप कपूर, आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।