मास्टर प्लान को आधार बनाकर कॉरिडोर को रोकने की कोशिश कर रही है आप-संजय सैनी

 


हरिद्वार। आम आदमी पार्टी की ओर से सोमवार को जिला अध्यक्ष इंजी.संजय सैनी के नेतृत्व में कारिडोर को लेकर सी.सी.आर.टावर में स्थित कार्यालय में टीम लीडर गंगा विजन डेवलपमेंट को ज्ञापन दिया गया। उसके पश्चात एक विशाल विरोध प्रदर्शन रैली हरिद्वार बस स्टैंड से सूखी नदी खड़खड़ी तक निकाली गयी।रैली में भारी संख्या में पार्टी के पदाधिकारियो ने शामिल होकर विरोध प्रदर्शन किया और कोरिडोर हटाओ हरिद्वार बचाव के पम्पलेट भी वितरित किए। इस अवसर पर पार्टी के जिला अध्यक्ष इंजी.संजय सैनी ने कहा कि हरिद्वार में-हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण द्वारा विगत 40वर्षों से मास्टर प्लान लागू किया हुआ है इस मास्टर प्लान के अनुसार जटवाड़ा पुल से लेकर दूधाधारी चौक भूपतवाला तक की सड़क 30मीटर चौड़ी प्रस्तावित है और इस सडक पर सभी प्रकार के छोटे-बड़े आवासीय,व्यवसायिक ,आश्रम आदि के नक्शे पास करते समय सर्वप्रथम 30मीटर की सड़क करने हेतु सर्वप्रथम रोड विस्तारीकरण हेतु जगह छुड़वायी जाती है उसके पश्चात 15फुट की फ्रंट सैट बैक छुड़वायी जाती है अर्थात मास्टर प्लान के अनुसार 128फुट चौड़ाई का स्थान पूर्णतया निर्माण मुक्त होना चाहिए। इसी प्रकार कनखल चौक बाजार वाली सड़क भी मास्टर प्लान में 18 मी० प्रस्तावित है इस पर भी उपरोक्त अनुसार  रोड विस्तारीकरण वह फ्रंट सैट बैक के नियम लागू होते हैं, इस रोड पर भी 89 फुट चौड़ा स्थान पूर्णतःनिर्माण मुक्त है। प्राधिकरण में लागू भवन निर्माण एवं विकास उपविधि के अनुसार फ्रंट सैट बैक में सड़क की और बाउंड्री की अधिकतम ऊंचाई सड़क की मध्य रेखा के स्तर से 5फुट 6इंच ही बनाई जा सकती है। मास्टर प्लान सड़क होने के चलते इस सड़क पर स्थित भवनो के मानचित्र स्वीकृत करते समय लगभग 15फुट रोड विस्तारीकरण और 15फुट फ्रंट सैट बैक अर्थात 30फुट छोड़कर मानचित्र स्वीकृत किए जाते हैं इस नियम के चलते लोग नियमानुसार निर्माण नहीं कर पाते,इसी के चलते सन 1986 से वर्तमान तक इस सड़क पर निर्माण करने वाले व्यापारियों का भारी दोहन हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण ने किया है। फ्रंट सैट बैक ना छोड़ने के चलते लाखों-करोड़ों रुपए की पेनल्टी व्यापारियों से जमा करवा रखी है। उपरोक्त के चलते मास्टर प्लान का उल्लंघन करते हुए कॉरिडोर का निर्माण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नियम सभी के लिए समान है चाहे जनता हो या फिर सरकार। इसलिए हरिद्वार में लागू मास्टर प्लान एवं हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण द्वारा लागू भवन निर्माण एवं विकास उपविधि के अनुसार ही प्रस्तावित कॉरिडोर को बनाया जाए। मास्टर प्लान एवं भवन निर्माण एवं विकास उपविधि का पालन न करने की स्थिति में माननीय न्यायालय की शरण में जाऊंगा। जिस सड़क पर कॉरिडोर प्रस्तावित है,इस पर अधिकांशतःअखाड़ो की संपत्ति,धार्मिक ट्रस्टों की संपत्ति स्थित है। जिनमें स्थित दुकानों पर 80-80,100-100सालों से किराएदार बैठे हैं,फिर इनके आगे छोटे दुकानदार,रेहडी वह पटरी वाले भी बैठे हैं कारिडोर बनाने के चलते यह सभी लोग बेरोजगार हो जाएंगे और इन लोगों को मुआवजा भी नहीं मिलेगा। लंबाईनुमा के रूप में विकसित हरिद्वार में ऊपर वर्णित व्यापारियों के रोजगार से जुड़े मुद्दे को ध्यान में रखते हुए हरिद्वार में कोरिडोर का निर्माण नहीं किया जाए। शंकराचार्य चौक से नहर की दूसरी तरफ की पटरी पर कोरिडोर हरकी पौड़ी होते हुए पुराने आर.टी.ओ.चौक तक बनाया जा सकता है। इस अवसर महासचिव संगठन अम्बरीष गिरी,उपाध्यक्ष यशपाल चौहान,उपाध्यक्ष अमनदीप,उपाध्यक्ष शिशुपाल नेगी,अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष मेहरबान अली,सहसचिव अजय मुखिया,सहसचिव आरिफ पीरजी,रितु गिरी,गीता देवी,विपिन दाबड़े,अजय राय,काका कौशल,आशीष शर्मा,शुभमपाल,सोनू ,बिजेंद्र प्रजापति,नाजिर,रविंद्र आदि उपस्थित रहे।