गुलदार को आश्रम से ट्रैकुलाइज कर किया रेस्क्यू


हरिद्वार। कनखल थाना क्षेत्र के मानव कल्याण आश्रम में सुबह गुलदार की दस्तक से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने डॉ. अमित ध्यानी के नेतृत्व में गुलदार को ट्रैकुलाइज किया। गुलदार को आश्रम से रेस्क्यू करने में टीम को लगभग कई घंटे का समय लग गया। रेस्क्यू के बाद वन विभाग की टीम गुलदार को पिंजरे में कैद कर मेडिकल जांच के लिए चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर ले गई। रविवार को तड़के एक गुलदार लोगों को कनखल की सड़कों पर घूमता हुआ नजर आया। गुलदार को देखकर लोगों में दहशत का माहौल बन गया। करीब सुबह छह बजे गुलदार जगतगुरू आश्रम के समाने मानव कल्याण आश्रम में आ धमका। आश्रम में गुलदार के पहुंचने पर साधक और सेवादार आश्रम से बाहर की तरफ भाग खड़े हुए। गनीमत रही कि इस दौरान आश्रम के एक साधक ने गुलदार को एक छोटे दुछत्तीनुमा कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद आश्रम प्रबंधन ने गुलदार की सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पहले तो जाल लगा कर गुलदार को पकड़ने का प्रयास किया। इसके बाद मौके पर पिंजरा लगाया गया। लेकिन गुलदार पिंजरे में भी नहीं फंसा। जिसके बाद गुलदार को बेहोशी का इंजेक्शन लगाने के लिए वन विभाग के डॉक्टरों की विशेष टीम को आश्रम में बुलाया गया। मौके पर वन विभाग के पशु चिकित्सक की विशेष टीम ने गुलदार को ट्रैकुलाइज किया। आश्रम से गुलदार का रेस्क्यू कर वन विभाग की टीम अपने साथ ले गई। डीएफओ वैभव सिंह ने बताया कि नियमों के अनुसार गुलदार को ट्रैकुलाइज कर रेस्क्यू किया गया है। जांच के लिए गुलदार को चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है। गुलदार को देखने के लिए लोगो की भीड लगी रही। एसडीओ पूनम कैंन्थोला वन विभाग की रेस्क्यू टीम के साथ मौजूद रही। उन्होंने बताया कि सुरक्षित तरीके से गुलदार को रेस्क्यू कर लिया गया है। वन क्षेत्र से सटे कनखल में गुलदार पहंुच गया था।